युवक के सिर से गुजर गया मौत का साया
सवाई माधोपुर/मलारना डूंगर@रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। जिले के मलारना चौड़ कस्बे में विगत दिनों सड़क दुर्घटना के चलते दो नवयुवकों की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था, की सोमवार को कस्बें से गुजर रहे लालसोट-कोटा मेगा हाईवे पर एक बार फिर से मौत का साया एक 24 वर्षीय युवक के करीब से गुजर गया। गनीमत तो यह रही कि, ईश्वर कृपा से युवक केवल गंभीर रूप से ही घायल ही हुआ, किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। अगर कुछ गलत होता तो कस्बे में कोहराम मच जाता।क्योंकि कस्बा पूर्व में ही सड़क दुर्घटना में अपने दो लाल खो चुका है। हाईकोर्ट के निर्देशों के बावजूद भी जिले में सरकारी तंत्र दुर्घटनाओं के प्रति ज्यादा गंभीर नहीं है। यही वजह है, कि पुलिस व प्रशासन मेगा हाईवे पर बेरोक-टोक, तेज रफ्तार , अनियंत्रित गति व अवैध रूप से दौड़ रहे ओवरलोड वाहनों (पिकअप, गाड़ी ट्रैक्टर- ट्रॉली आदि) के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठा पाया है। जबकि सड़कों पर ओवरलोड बजरी के वाहनों की रेलम- पेल दिन -भर जारी रहती है जिसे कभी भी देखा जा सकता है। इस तरह के वाहनों द्वारा सड़क को भी नुकसान दर नुकसान पहुंचाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर नियमानुसार सड़क पर चलने वाले लोगों के लिए बेवजह मौत को सीधा आमंत्रण भी है। शायद पुलिस और प्रशासन विगत दिनों घटी दुर्घटनाओं से अभी तक सबक नहीं ले पाया है, यही कारण है, कि कसूरवार लोग आज भी बेखौफ होकर अपने मंसूबों में कामयाब हो रहे हैं, और पुलिस और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ तमाशा देख रहा हैं। सोमवार को भी कस्बे में कुछ ऐसा ही वाकया घटित हुआ, प्रातः काल 7 बजे के समय, मलारना चौड़ कस्बे में ग्राम सेवा सहकारी समिति गोदाम के सामने से गुजर रहे लालसोट- कोटा मेगा हाइवे पर सवाई माधोपुर की ओर से ओवरलोड बजरी भरकर आ रहे ट्रैक्टर- ट्रॉलीयों ने कंपटीशन के चक्कर में ओवरटेकिंग करते हुए सड़क पर एक ओर चल रहे साइकिल सवार युवक को अचानक पीछे से टक्कर मार दी। ट्रैक्टर ट्रॉली से टकरा कर युवक सड़क के एक ओर जा गिरा जबकि उसकी साइकिल ट्रौली के पहिए के नीचे आकर चकनाचूर हो गई। तेज रफ्तार में चल रहे ट्रैक्टर के अचानक ब्रेक लगाने से अनियंत्रित होकर ओवरलोड बजरी से भरी ट्रॉली भी सड़क पर पलटी खा गई। गनीमत तो यह रही कि ट्रॉली के नीचे केवल साइकिल ही पहुंची, और साइकिल सवार युवक ट्रैक्टर ट्रॉली से टकरा कर सड़क से दूर जा गिरा, दूर गिरने से युवक केवल गंभीर रूप से ही घायल हुआ,ना ही किसी प्रकार की जनहानि हुई। सड़क दुर्घटना के चलते सड़क के बीचो-बीच दुर्घटना स्थल पर सैकड़ों की तादात में ग्रामीण इकट्ठा हो गए और गुस्साई भीड़ ने तत्काल प्रभाव से लालसोट- कोटा मेगा हाईवे अवरुद् कर दिया। इस दौरान सरपंच प्रतिनिधि रामअवतार मीणा व अन्य गणमान्य लोग भी मौके पर पहुंचे और घटना की सूचना पुलिस को दी । पहले भाडौती चौकी से कुछ पुलिसकर्मी व बाद में मलारना डूंगर पुलिस थाने से पुलिस का जाब्ता घटनास्थल पर पहुंचा। यहां पुलिसकर्मियों द्वारा लोगों से समझाइश कर सड़क से जाम हटवाया गया। इस दौरान ट्रैक्टर- ट्रॉली चालक मौका पाकर घटनास्थल से फरार हो गया। पुलिस को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा,और घटना से नाराज कुछ ग्रामीणों ने पुलिस पर भी बजरी माफियाओं से मिलीभगत तक का आरोप लगाया और पुलिस को खूब खरी-खोटी भी सुनाई। दुर्घटना से जुड़े आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही ग्रामीणों ने सड़क मार्ग खोला। दुर्घटना में घायल युवक को राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद उचित इलाज के लिए सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय पर भेज दिया गया। हालांकि मौके पर पुलिस का कोई बड़ा अधिकारी मौजूद नहीं था केवल पुलिसकर्मी ही उपस्थित थे। जिन्होंने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए घटना से संबंधित न्यूज़ बाइट देने के लिए मीडिया से साफ तौर पर मनाही कर दी। दुर्घटना में मलारना चौड़ कस्बा निवासी विष्णु सिंह राजपूत पुत्र घनश्याम पूर्विया हादसे का शिकार हुआ है। जिसे घायल अवस्था के चलते विभिन्न प्रकार की जांच हुए उपचार के लिए सवाई माधोपुर भिजवाया गया। पीड़ित युवक के पिता ने मीडिया को संपूर्ण घटनाक्रम की सही से जानकारी प्रदान की। घटना के बाद पुलिस द्वारा लोडर मंगवा कर ट्रॉली को सीधा किया गया और ट्रैक्टर ट्रॉली को जप्त कर अपने साथ थाने ले गए। समाचार लिखे जाने तक घटना को लेकर पीड़ित पक्ष की ओर से पुलिस को किसी भी प्रकार की रिपोर्ट नहीं दी गई। गौरतलब है, कि कुछ दिनों पूर्व ही लालसोट- कोटा मेगा हाईवे पर सोमवार को घटी- घटना के समीप ही बाबा रामदेव आश्रम के पास एक सड़क हादसे में मलारना चौड़ कस्बे के दो युवकों को जान से हाथ धोना पड़ा था। मोटरसाइकिल पर सवार दोनों युवकों को तेज रफ्तार में लालसोट की तरफ से आ रही एक पिकअप गाड़ी ने सूर्योदय के समय जोरदार टक्कर मार दी थी, जिन्हें बाद में जान से हाथ धोना पड़ा था। पीड़ित परिवार के आंसू अभी तक सूखे भी नहीं थे कि, अवैध, ओवरलोड व तेज रफ्तार में बेरोकटोक सड़कों पर दौड़ रहे वाहनों में से एक ट्रैक्टर- ट्रॉली ने फिर से एक बार गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी।गनीमत यह रही कि कोई बड़ी अनहोनी होने से टल गई। अन्यथा माजरा कुछ और ही होता। महत्वपूर्ण तथ्य तो यह है, कि राजस्थान उच्च न्यायालय के निर्देशों के बावजूद भी पुलिस व प्रशासन अवैध बजरी खनन, परिचालन व परिवहन पर रोक लगाने में किसी भी तरह से कामयाब नहीं हो पाया है। आज की दुर्घटना के बाद भी तेज रफ्तार से ओवरलोड ट्रैक्टर- ट्रॉली बेखौफ होकर लालसोट- कोटा मेगा हाईवे पर सरपट दौड़ते नजर आए। ऐसा नहीं है कि यह सब कुछ पुलिस, परिवहन व खनन विभाग से छुपा हुआ मामला है...