गुटखा- जर्दा बैन होने की अफवाह, सोशल डिस्टेंसिंग हुई तार तार
माधोपुर@रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। वैश्विक महामारी कोरना के मद्देनजर राज्य सरकार ने प्रदेश में बाहरी राज्यों से आ रहे लोगों के कारण कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने को लेकर बुधवार शाम को अंतर राज्य आवागमन के आदेश जारी किए हैं। जिसे देखते हुए सवाई माधोपुर जिले के अधिकांश गांवों एवं कस्बों के बाजारों में तंबाकू पदार्थों की कीमतों में भारी वृद्धि हो गई, यहां तक कि बाजारों में तंबाकू उत्पादों की बिक्री भी बंद कर दी गई। ताकि आगे चलकर परिस्थितियों का लाभ उठाते हुए तंबाकू उत्पादकों की ब्लैक मैलिंग की जा सके। उल्लेखनीय है, कि पूर्व में भी लोक डाउन के दौरान तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। तब भी गुटखे, खैनी तंबाकू,जर्दे , बीड़ी, सिगरेट पर कई गुना महंगाई बढ़ा दी गई थी। इस दौरान कुछ थोक व्यापारी से लेकर खुदरा व्यापारियों ने अचानक महंगाई बढ़ा कर मौके का भरपूर फायदा उठाया था। तंबाकू जनित पदार्थों पर बैन व सख्त लोक डाउन की अफवाहों के चलते मलारना डूंगर उपखंड मुख्यालय क्षेत्र के कई गांव कस्बों में दुकानों पर लोग बीड़ी, सिगरेट व गुटखे का स्टॉक करते दिखाई दिए। इस दौरान मलारना चौड़ कस्बे में भी मुख्य बाजार और बस स्टैंड परिसर में खासी भीड़ उमड़ पड़ी, ज्यादातर लोग तंबाकू जनित उत्पादों की खरीद के लिए लालायित नजर आए। तो दुकानदारों ने भी स्टॉक खत्म होने की बात कहकर बिक्री बंद कर दी। अचानक बड़ी ग्राहकों की भीड़ से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती हुई दिखाई दी।जबकि सबको खबर है ,कि इन दिनों को कोरोनावायरस के संक्रमण का फैलाव तेजी से बढ़ रहा है, और लोग पहले से कहीं अधिक इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसकी मुख्य वजहों में शामिल है, मास्क नहीं लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना सही से नहीं करना एवं एक दूसरे से पर्याप्त दूरी बनाकर नहीं रहना तथा अनावश्यक रूप से अपने घरों से बाहर घूमना।यही सब कारण है, जिसकी वजह से सवाई माधोपुर जिले में इन दिनों विशेषकर गंगापुर सिटी क्षेत्र में कोरोना मरीजों की संख्या 3 दर्जन के करीब पहुंच गई है। गौरतलब है, कि राज्य सरकार के आदेश के बाद राज्य में अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्ति के प्रवेश को नियंत्रित किया जाएगा सुरक्षा पर चेक पोस्ट स्थापित कर बाहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी और व्यक्तिगत पहचान- पत्र जांच की जाएगी इसे देखते हुए सवाई माधोपुर जिले में अभी तक हजारों लोग बाहर से आ चुके हैं।