चाइना की गद्दारी से नाराज कांग्रेसियों ने चाइनीस सामान का किया बहिष्कार

लद्दाख के गलवान में चीनी सैनिकों द्वारा धोखे से बीस भारतीय सैनिकों की हत्या कर दिए जाने से नाराज युवा कांग्रेस इकाई के कार्यकर्ताओं ने कबुलपुरा स्थित युवा कांग्रेस केम्प कार्यालय के सामने चाइना निर्मित समान मोबाइल, टेबलेट, हेडफोन, इमरजेंसी लाइट आदि समान जलाया। इस दौरान कांग्रेसियों ने चीन के विरोध में नारेबाजी किया और चीनी सामानों के बहिष्कार का संकल्प लिया। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी पूर्व महासचिव ओमकार सिंह ने कहा कि चीन हमेशा से भारत के साथ धोखा किया है। कहा कि बातचीत के लिए गए भारतीय निहत्थे सैनिको को घेरकर मारे जाने की जितनी निंदा किया जाए वह कम है। उन्होंने कहा कि चीनी सामान का पूरे भारतवर्ष से उपयोग करके चीन की बहुत बडी आर्थिक सहयोग कर रहे हैं। भारत सरकार को चाइना से आयात एवम समस्त समझौते खत्म करने चाहिए इस अवसर पर युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष शफ़ी अहमद ने कहा की देश के चीन सीमा पर शहीद हुये सभी सैनिकों को शत शत नमन है। कहा कि प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री को देश को विश्वास में लेने और सीमाओं की सुरक्षा का भरोसा देने की जरूरत है यह चीन की कायरता पूर्ण हरकत है। पीसीसी सदस्य असरार अहमद इखलास हुसैन ने कहा कि चीन की यह हरकत कायराना है। कहा कि कांग्रेस पार्टी देश और सेना के साथ खड़ी है। इसको लेकर हर भारतीय के मन मे चीन के प्रति गुस्सा है।  साथ ही साथ केंद्र सरकार से 20 सैनिकों के सर के बदले 200 चीनी सैनिको के सर की मांग की है।  इस अवसर पर विचार विभाग चेयरमैन रफत अली खान, डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर मोहम्मद यशब ने कहा कि पीएम मोदी और उनकी सरकार पिछले दो महीनों से डेनियल की नीति का पालन कर रही है।  यह शुतुरमुर्ग की तरह है कि व्यवहार में भारत की लागत बहुत अधिक है  चीनी सेना ने हमारे सैनिकों को हमारे ही क्षेत्र में मार डाला है और इस खबर को टूटे 24 घंटे हो गए हैं लेकिन हमने सरकार या प्रधान मंत्री द्वारा इस पर एक भी दुनिया नहीं सुनी है। इससे भी ज्यादा शर्मनाक बात यह है कि पीएम मोदी ने भी जवानों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना नहीं जताई है, विधानसभा युवा कांग्रेस अध्यक्ष एराज चौधरी, सोशल मीडिया इंचार्ज पंकज कुमार कि पीएम मोदी प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले एकमात्र विश्व नेता हैं और राष्ट्रीय संकट के समय पूरी तरह से चुप हैं; उन्होंने कहा कि कोई पीसी नहीं की जब चीनी सेना हमारे सैनिकों को मारती है,