विश्वविद्यालय आगराके सहयोग से दो दिवसीय सेमिनार*विषय:-भारत में गंगा एक बहुआयामी विषय**
सफलता पूर्वक संपन्न हुई। डॉ राधाकृष्ण दीक्षित संयोजक गंगा समग्र ब्रजप्रान्त के संयोजकत्व में आयोजित अंतरराष्ट्रीय बेबीनार में आज मुख्य अतिथि के रूप में गंगा समग्र के राष्ट्रीय सचिव श्री मिथिलेश नारायण जी का उद्घाटन उद्बोधन हुआ, उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हम गंगा को लेकर बहुत चर्चा करते हैं पर क्या वास्तव में गंगा को अविरल और स्वच्छ रखने के लिए क्या कोई कार्य करते हैं क्या ये आत्मचिंतन का विषय है।उन्होंने कहा कि हमनें गंगा का दोहन नहीँ शोषण किया है दोहन एक नैतिक क्रिया है पर शोषण में विध्वंश का भाव रहता है मानव को अपनी शोषकता बादी सोच को छोड़कर गंगा को माता कहते हैं तो वही सम्मान भी देना होगा अपनी माँ को कोई गंदा नहीं करता।
इसके अतिरिक्त विशिष्ट अतिथि स्वामी पगलानंद जी ने वैदिक साहित्य के उद्धरणों द्वारा माँ गंगा की दिव्यता पर प्रकाश डाला।
आज के सत्र मे 21 लोगों केद्वारा शोध पत्र भी प्रस्तुत किये गए जिसमे प्रमुख रूप से डॉ तेजप्रताप सिंह, राकेश कुमार पांडेय, डॉ एस पी जैन, राखी कक्कर, अमान अख्तर, सौरभ कुमार मीना शर्मा ,डॉ अलका जैन, डॉ वंदना वर्मा, डॉ रितु सिंह,
डॉ सुधीर नारायण सिंह डॉ अंशुमान भदौरिया सहित कई अन्य शोधार्थियों ने गंगा और साहित्य, परियावरण और गंगा, लोकगीतों में गंगा, गंगा का समाजशास्त्रीय महत्त्व, गंगा और संत परंपरा, गंगा और कृषि, गंगा और आर्थिक विकाश, खेलों में गंगा गंगा और सामाजिक उत्सव आदि विषयों परअपने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये।इस दो दिवसीय सेमिनार का
संचालन डॉ पूनम शर्माजी ने किया।
बिबिनार को सफल और भव्यता देने में आयोजन समिति के सदस्यों श्री रविशरण शरण सिंह राकेश कुमार पांडेय, श्रीमती सीमा चौहान, श्री मुकुल मानसिंह जी, अशोक तोमर, डॉ संतोष शर्मा जी, श्री हेमेंद्र वर्मा जी सहित पूरी तकनीकी टीम का विशेष योगदान रहा।
अंत में गंगा समग्र ब्रजप्रान्त के प्रांतीय संयोजक तथा आयोजन समिति के संयोजक डॉ डॉ राधा कृष्ण दीक्षित जी द्वारा सभी अतिथियों, प्रतिभागियों, तथा बेबीनार आयोजन में विशेष योगदान देने वाले सभी महानुभावों के साथ साथ पूरी आयोजन समिति का कोटिशः आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गंगा दशहरा के इस पावन अवसर पर आयोजित इस दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बेबीनार को आप सबने मिलकर एक समेकित प्रयाश से सफलता के उच्चशिखर पर पहुँचाया जिसके लिए आप सभी अत्यधिक बधाई के पात्र हैं।