कानपुर के राजकीय बालगृह से आयी खबर रौंगटे खड़ी करने वाली है। कानपुर के बालगृह की 7 बालिकाएं गर्भवती पाई गई हैं तो काफी सारी लड़कियां कोरोना और एड्स से पीड़ित पाई गई है जो खबर मन को विचलित कर रही है ।यह कहना है आप के श्रमिक नेता व गौतमबुद्ध नगर के श्रमिक विकास संगठन के जिलाध्यक्ष रामजी पांडे का उन्होंने कहा एक ओर तो यह सरकार बेटी पढ़ाओ और बेटी पढ़ाओ के नारे के साथ आयी थी लेकिन अब अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही और मिलीभगत के कारण बच्चियों को संरक्षित और सुरक्षित रखने के लिए स्थापित किये गए बालगृह में भी सुरक्षित नही रख पा रही है। यही नही पूरे प्रशासन की नाक के नीचे इस बालगृह की 57 लड़कियां कोरोना पॉजिटिव भी मिली हैं, मतलब साफ है कि बालगृह से सम्बंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए सरकार, संविधान, नियम क़ायदा और मानवीय मूल्यों का कोई स्थान नही है। रामजी पांडे ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि इस घटना की जांच HC की निगरानी में SIT से करवाई जाय एवं दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाय तथा पीड़ितों का बेहतर इलाज करवाया जाए।