सवाई माधोपुर @रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। रक्तदाता जीवनदाता ग्रुप सवाई माधोपुर की ओर से जिलेभर में रक्तदान शिविर आयोजित कर सैंकड़ों यूनिट ब्लड एकत्रित कर ब्लड बैंकों व अस्पतालों को उपलब्ध कराया जा कर प्रसूताओं (गर्भवती महिलाओं) व सामान्य मरीजों तथा खून की कमी से ग्रस्त थैलेसीमिया जैसे रोगों से पीड़ित व्यक्तियों के लिए रक्त की लगातार व्यवस्था की जाती रही है। खून की कमी से किसी के जीवन को किसी भी तरह का नुकसान नहीं हो, इसलिए इन सभी को आवश्यकतानुसार रक्त उपलब्ध कराने हेतु रक्तदाता जीवनदाता ग्रुप के कार्यकर्ता हर जगह राजस्थान में लोगों की सहायता करते हुए नजर आते हैं। रक्तदाता जीवनदाता ग्रुप अब तक सैकड़ों लोगों की रक्त की आवश्यकता व कमी को ध्यान में रखते हुए ब्लड बैंकों से रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित कर गंभीर से गंभीर बीमार लोगों को नया जीवनदान दिला चुके है। इसी क्रम में विगत दिवस एक और गर्भवती महिला की जिंदगी बचाने में ग्रुप के सदस्यों का बहुत बड़ा हाथ रहा। मामला गुड़ला चंदन निवासी पदम मीणा धर्मपत्नी अनिता देवी का है। इस महिला के परिजनों ने उसे तबीयत खराब होने पर सवाई माधोपुर के ज्योति नर्सिंग होम सवाई माधोपुर में भर्ती करवाया था जहां पर गर्भवती महिला के पेट में बच्चा खराब होना बताया गया। महिला की जान जोखिम में ना पड़े इसलिए अस्पताल में महिला की डी.एन.सी. करवाई गई। इस दौरान पीड़ित महिला को रक्तश्राव (ब्लडिंग) की शिकायत हो गई । इसके कारण उक्त महिला की तबीयत कुछ ज्यादा ही बिगड़ गई ।
अस्पताल में डॉक्टरों ने महिला को भर्ती करने के बाद उसके परिजनों को बताया कि महिला का तत्काल ऑपरेशन करना आवश्यक है। हिमोग्लोबिन की कमी के चलते डॉक्टरों द्वारा महिला के परिजनों को तीन(3) यूनिट ब्लड की व्यवस्था करने की बात कही गई। क्योंकि अधिक रक्तस्राव के चलते महिला का हिमोग्लोबिन 4.5 आ ठहरा था। महिला का ब्लड ग्रुप रेयर था A+ , महिला के पति पदम मीणा ने इमरजेंसी के चलते ब्लड की व्यवस्थार्थ रक्तदाता जीवनदाता ग्रुप के संचालक एम. पी. गम्भीरा से संपर्क साधा और आप बीती सुनाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला के पति को ग्रुप संचालक ने मोटिवेट किया,और तत्काल 2 यूनिट ब्लड की व्यवस्था की। लेकिन ऑपरेशन के बाद भी महिला की हालत ठीक नही हुई,तो डॉक्टरों ने अपने ऊपर जिम्मेदारी न लेते हुए,उसे जयपुर रैफर कर दिया,जहां उस महिला को जयपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। यहां भी डॉक्टरों ने ऑपरेशन से पूर्व 4 यूनिट ब्लड की आवश्यकता बता दी। आपदा की स्थिति में एक बार फिर से महिला के पति द्वारा ग्रुप संचालक से जयपुर में ब्लड की व्यवस्था करने हेतु मदद की गुहार लगाई गई, जिसके चलते ग्रुप संचालक ने पीड़िता के पति को पूर्ण आश्वस्त किया, और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। यही नहीं रक्तदाता जीवनदाता ग्रुप के संचालक के द्वारा राजधानी जयपुर में पीड़ित महिला के लिए प्रतिष्ठा ब्लड बैंक से संपर्क साधकर चार(4) यूनिट ब्लड की तत्काल प्रभाव से व्यवस्था करवाई गई। ब्लड की उपलब्धता के चलते महिला का सफल ऑपरेशन किया जा सका। ऑपरेशन के बाद महिला अब पूरी तरह से स्वस्थ है। ऑपरेशन के बाद फिर एक यूनिट ब्लड की मांग की गई,जो भी रक्तदाता जीवनदाता ग्रुप के द्वारा उपलब्ध करवा दिया गया,जानकारी के अनुसार महिला का बच्चेदानी का ऑपरेशन हुआ है, जिसमे से गांठ निकाली गई हैं, महिला के दो बच्चे है,एक बच्चा ओर एक बच्ची है,महिला व उसके परिवार वालों ने महिला की जिंदगी बचाने के लिए ग्रुप का बहुत- बहुत आभार व्यक्त किया है। ग्रुप के कार्यकर्ताओं का कहना है,हम सेवा के लिए बने हैं,आगे भी हम जरूरतमंद लोगों की सहायता इसी तरह करते रहेंगे। क्योंकि हमारा एक ही भाव है ,"नर सेवा नारायण सेवा"