सवाईमाधोपुर@रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। करीब 4 माह पूर्व सवाईमाधोपुर जिला अस्पताल के शौचालय में मिली मासूम आज चार माह के संघर्ष के बाद पापी दुनिया से अलविदा हो गई।
चाइल्डलाइन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविन्दसिंह चौहान ने बताया कि मासूम बालिका 11 फरवरी को जिला अस्पताल के शौचालय में अज्ञात माता-पिता द्वारा छोड़ दी गई थी, जिसे नरेश पाराशर ने आईसीयू वार्ड में भर्ती कराने के साथ ही चाइल्डलाइन टीम को सूचना दी थी। चाइल्डलाइन एवं बाल कल्याण समिति लगातार बालिका के स्वाथ्य पर निगरानी रखे हुए थी। इस दौरान बालिका को किस्मत नाम दिया गया। जिला अस्पताल से गंभीर अवस्था में रैफर होने के बाद बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राकेश सोनी के आदेश पर चाइल्डलाइन टीम द्वारा उसे 15 फरवरी को जेके लोन अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उसका ईलाज चल रहा था। हालत ठीक होने के बाद उसे जयपुर शिशु गृह में रखा गया था, दुबारा अस्वस्थ होने पर उसे 4 जून को पुन: जेके लोन में भर्ती करवाया गया। ईलाज के दौरान आज बालिका की मौत हो गई। बालिका की सूचना मिलने पर बाल कल्याण समिति एवं चाइल्डलाइन टीम सदस्य भावुक हो गए और नम आंखो से मासूम को परियों के साथ खेलने की प्रार्थना की। अभी दो दिन पूर्व ही बालिका को गोद देने के लिए कार्यवाई शुरु की गई थी लेकिन अफसोस हमारी मासूम परी अब दुनिया से रुकसत हो गई।