इस महामारी से उत्पन्न भयंकर संकट काल में रोग से डरने की आवश्यकता है रोगी से नहीं। रोगी व्यक्ति को उपयुक्त समय पर उपचार मिलना अति आवश्यक है। यदि बह किसी तरह से इस रोग की चपेट में अा गया है तो इसमें उसकी या उसके परिवार की कोई भी गलती नहीं है। जाने अनजाने में बह किसी तरह इस रोग से संक्रमित हो गया है तो उससे एक मर्यादित दूरी बनाए रखें। परन्तु नफरत न करें यह बात नन्द किशोर चौहान नंदू भइया ने अपने आवास पर एक प्रेस वार्ता में पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि रोगी से इतनी अधिक दूरी भी न बनाएं कि बह भय से ग्रसित हो जाए कि अब मेरा पता नहीं क्या होगा। केवल दूरी रखते हुए अपना बचाव करें उन्होंने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार प्रवासी मजदूरों व कर्मचारियों को उनके घर पहुंचाने का कार्य लगातार कर रही है प्रवासी मजदूरों को उनके अपने घरों तक निशुल्क पहुंचाए जाने का फैसला प्रदेश व केन्द्र सरकार का एक सराहनीय फैसला है इस फैसले में केवल सुझाव अा रहे हैं कि इसके पंजीकरण को और अधिक सरल बनाया जाना चाहिए लॉक डाउन के दौरान सभी प्रकार के काम धंधे बन्द पड़े हैं आय को कोई साधन नहीं है। गरीब मजदूरों का जीवन यापन दूभर हो रहा है साथ है घर में रखी जमा पूंजी भी धीरे धीरे समाप्त हो रही है। ऐसे में उनकी इच्छा के अनुसार ही उनके प्रदेशों, जनपदों, गांवो में सरकार द्वारा भेजा जा रहा है।