बौंली उपखंड के पीलूखेड़ा में मिला कोरोना पॉजिटिव, प्रशासन हुआ अलर्ट
सवाई माधोपुर/ बौंली@ रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा।गुरुवार की शाम तक सवाई माधोपुर जिले में 8 कोरोना पॉजिटिव संदिग्धों में से सभी मरीज रिकवर कर गए थे। मीडिया ब्रीफिंग में भी प्रशासन द्वारा यह जानकारी उपलब्ध कराई गई थी। कोरोना मुक्ति के प्रयासों चलते स्थानीय प्रशासन आम जनता के लिए यह खुशी और राहत भरी खबर थी। क्योंकि सवाई माधोपुर जिले का ऑरेंज केटेगरी से ग्रीन जोन में जाना लगभग तय था। लेकिन विडंबना यह रही कि रात के समय में जिले के बौंली उपखंड मुख्यालय के अंतर्गत पीलूखेड़ा गांव में एक कोरोना पॉजिटिव ओर निकल आया। उक्ति व्यक्ति की कोरोना संदिग्ध के रूप में पुष्टि होने के कारण एक बार फिर से कोरोना को लेकर क्षेत्र में खौफ व्याप्त हो गया। ज्ञातव्य है कि, पीलूखेड़ा गांव में बाड़ी(खरबूज, तरबूज व ककड़ी इत्यादि) लगाने वाले एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत के बाद से ही हड़कंप मचा हुआ है । विगत रात मृतक के साले की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन सकते में आ गया, और क्षेत्र के लोगों के मन में कोरोना का खौफ और अधिक बढ़ गया। मामले को लेकर प्रशासन व जनता सभी खासे चिंतित हैं। गौरतलब है कि मंगलवार को जयपुर में कोरोनावायरस संक्रमण के चलते नजीर नामक व्यक्ति की मौत हो गई थी।बीसीएमओ डॉ. अनिल जैमिनी के मुताबिक नजीर बौंली के पीलूखेड़ा एवं बामनवास तहसील के सिंगटोली गांव में सब्जी की बाड़ी लगाता था। विगत 27 मार्च को नजीर भरतपुर आढ़तियों के पास चला गया था और वहीं से बाड़ी में उत्पादित सब्जीयों की बिक्री के कार्य में लगा हुआ था। सूत्रों की माने तो कुछ दिन पूर्व उसका बामनवास में भी आना हुआ था , जहां पर पीलूखेड़ा से उसके परिवार वाले उससे मिलने गए थे। इसके पश्चात तबीयत खराब होने पर उसे जयपुर भर्ती कराया गया। जयपुर में ही नजर कि मंगलवार को मौत हो गई। कोरोना पॉजिटिव के रूप में पुष्टि होने की सूचना पाकर बौंली तहसीलदार कमल पचौरी सहित पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचे और आवश्यक प्रक्रिया की शुरू की, जिला अस्पताल से आई टीम द्वारा भी 73 लोगों की सैंपलिंग की करवाई अमल में लाई गई। तहसीलदार कमल पचौरी ने बताया कि 73 लोगों के सैंपल लेकर उन्हें होम क्वॉरेंटाइन किया गया है। वही संपर्क में आए 7 लोगों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। पॉजिटिव सूचना के बाद मोरेल नदी के समीप क्षेत्रों में कर्फ्यू जैसे हालात बने हुए हैं। बीसीएमओ अनिल जैमिनी ने बताया कि लंबे समय से बौंली क्षेत्र से दूर रहने के बावजूद सब्जी विक्रय के चलते मृतक कई लोगों के संपर्क में आया है, जो पीलू खेड़ा में मौजूद हैं। मसलन चिकित्सा विभाग द्वारा मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और एहतियातन के तौर पर अधिक से अधिक लोगों की सैंपलिंग करवाई जा रही है। वहीं इस रिपोर्ट को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग में चिंता बनी हुई है।