माँ संतोषी ,संतोष की माँ के रूप में प्रशंसित है। माँ संतोषी प्रेम, संतोष , क्षमा, खुशी और आशा की प्रतिक है जो उनके शुक्रवार की व्रत कथा में कहा गया है। यह बहुत माना जाता है की लगातार १६ शुक्रवार को व्रत और प्रार्थना करने से भक्तो के जीवन में शांति और समृद्धि आती है।
माँ संतोषी एक व्यक्ति को पारिवारिक मूल्यों का और दृढ़ संकल्प के साथ संकट से बाहर आने के लिए प्रेरित करती है। संतोषी माँ भी माँ दुर्गा का अवतार मानी जाती है और व्यापक रूप से पुरे भारत में और भारत के बाहर भी पूजी जाती है।
माँ संतोषी का परिवार :-
दादाजी - भगवान शिव
दादीजी - देवी पार्वती
पिता - भगवान गणेश
माँ - या तो रिद्धी या सिद्धी
भाई - शुभ और लाभ
सुखदाता भाग्य विधाता जय करना संतोषी माँ।
गए ग्नता गन बुध गता ऋद्धि सिद्धि दाता ॥
शुभ होव तुज नाम ही लेते , सहाय को माँ प्रेम से आये।
संतोषी माँ मंगल करना , तुज व्रत करके सब हरखाये ॥
जय माता की!