आम आदमी पार्टी हरियाणा के नेता अनिल पाण्डेय ने उत्तर प्रदेश में मजदूरों पर हो रहे भीषण अत्याचार पर BJP की योगी सरकार पर निशाना साधते हुये कहा कि उ०प्र० की सरकार उद्योगपतियों के हित में श्रम कानून 3 साल के लिए स्थगित कर मजदूरों को बंधुआ मजदूर बनाना चाहती है, सरकार का यह फैसला मजदूर और गरीब विरोधी है, उत्तर प्रदेश सरकार को इस आदेश को वापस लेना चाहिए। उत्तर प्रदेश की जनता अधिकतम मजदूरी करती है और आज इस वैश्विक महामारी में जहाँ लाखों मजदूर विभिन्न प्रदेशों से उत्तर प्रदेश में अपने घर वापस जा रहे हैं सरकार सिम्पैथी दिखाने के बजाय मजदूरों को बँधुआ मजदूर बनाना चाहती है।
इस तुगलकी फरमान के खिलाफ आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ता आज अपने अपने घरों पर एक दिन का उपवास रख कर श्रम क़ानून में हुए संशोधन का विरोध कर रहे हैं। अतः योगी सरकार को मजदूरों को बँधुआ बनाने वाले इस कानून को वापस लेना चाहिये।
इसी मांग को लेकर उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के आह्वान पर उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक दिवसीय उपवास कर काले कानून का विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है बताते चले कि लाकडाउन को देखते हुए यह प्रदर्शन लॉक डाउन व शोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन रख किया जा रहा है क्योंकि इसमें पार्टी के कार्यकर्ता इसका पालन करते हुए अपने अपने घरों से अलग अलग जारी रक्खे हुए है
साथ ही AAP की प्रदेश सरकार से मांग है कि लॉकडाउन में घर वापसी के दौरान जिन मजदूरों की मौत हो गयी है, उनके परिवार को 50 लाख रुपये और एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाए।