भगवान परशुराम की महिमा पर विशेष-के सी शर्मा



भगवान परशुराम की महिमा पर विशेष-के सी शर्मा

' ॐ जामदग्न्याय विद्महे महावीराय धीमहि तन्नो परशुराम: प्रचोदयात्।।'

महाभारत में जितने भी... महारथी थे,
और...
जितने भी उन्नत शस्त्र थे,
उन सभी का आधार भगवान परशुराम थे।


(१) भगवान श्रीकृष्ण को सुदर्शन चक्र परशुराम जी ने ही दिया।

(२) देवव्रत भीष्म के गुरु भी भगवान परशुराम ही थे।

(३) गुरु द्रोणाचार्य के गुरू भी परशुराम जी ही थे।

(४) अर्जुन को दिव्यास्त्र सहित ब्रह्मास्त्र का जो ज्ञान गुरु द्रोणाचार्य से मिला, वह गुरु द्रोणाचार्य के पास परशुराम जी से ही आया।
 केवल वनवास के दौरान इंद्र के यहां से जो दिव्यास्त्र अर्जुन ने प्राप्त किया, उसके आधार इंद्र सहित अलग-अलग देवता थे।

(५) अर्जुन के समान दूसरे बड़े योद्धा अर्धरथि कर्ण के गुरु भी भगवान परशुराम जी ही थे।
इंद्र द्वारा कवच-कुंडल के एवज में जो शक्ति अस्त्र कर्ण को मिला था, उसे छोड़कर सारे दिव्यास्त्र उन्हें भगवान परशुराम से ही मिला था।

(६) भारत में शस्त्र विद्या के सबसे बड़े ज्ञाता, अनुसंधानकर्ता और प्रयोक्ता भगवान परशुराम ही हैं।

(७) आधुनिक युग की दृष्टि से सोचें तो भगवान परशुराम परमाणु व मिसाइल तकनीक के सबसे बड़े ज्ञाता हैं।

(८) भगवान परशुराम विष्णु जी का अवेशावतार माने जाते हैं।

(९) भगवान परशुराम की और भी बहुत महिमा है, जो रामायण, महाभारत और पुराणों में दर्ज है।

' ॐ रां रां ॐ रां रां परशुहस्ताय नम:।।

 ' ॐ ब्रह्मक्षत्राय विद्महे क्षत्रियान्ताय धीमहि तन्नो राम: प्रचोदयात्।।'