मलबे से अपनों के सकुशल निकलने के इंतजार में परिजनों की पथराई आंखें, घटना के 72 घंटे बाद मिला तीसरा शव*
*प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर बचाव कार्य जारी, पुलिस विभाग के आला अधिकारी खुद लोगों की तलाश में जुटे*
*अभी भी तीन की तलाश जारी*
*(मनीष चौधरी)*
अपनों के खोने का गम और उनके सकुशल वापस आने के इंतजार में परिजन सोमवार को भी घटनास्थल पर तेज धूप में भी डटे रहे पर पर बीते समय के साथ राख के मलबे से किसी के सकुशल वापस आने की उम्मीद खत्म होती जा रही है। हालांकि जिला प्रशासन ने लोगों की खोज जारी रखी है। पुलिस की मेहनत का यह नतीजा है कि *घटना के 72 घंटे बाद* कई किलोमीटर फैले मलबे से *तीसरे मृतक का शव* बरामद कर लिया गया है। सुबह से चल रही खोजबीन के बाद *गोबईया नाला* के समीप से *चुन कुमारी पति भैयाराम साह* उम्र 30 वर्ष का शव बरामद हुआ। जिसके बाद *शासन चौकी प्रभारी प्रियंका मिश्रा* द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में शव को पोस्टमार्टम हेतु भिजवाने की कवायद की जा रही है।
अभी भी *पुलिस अधीक्षक टीके विद्यार्थी* के निर्देशन पर *अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शिंदे* की अगुवाई में *सीएसपी देवेश कुमार पाठक, एसडीओपी नीरज नामदेव* समेत निकटवर्ती 6 थानों के निरीक्षक, 2 चौकी प्रभारी समेत सर्चिंग पार्टी, मोबाइल पार्टी, रिजर्व पार्टी के अलावा 30 की संख्या में एनडीआरएफ समेत करीब 350 पुलिसकर्मी 8 किलोमीटर के दायरे में फैले राख के सैलाब से लापता लोगों की खोज जारी रखें है।
इस मामले में *शासन चौकी प्रभारी प्रियंका मिश्रा* प्रमुख रूप से जिम्मेदारी निभाते हुए खुद टूटे हुए बांध से लेकर रिहंद किनारे तक लापता लोगों की तलाश करती दिखी। ज्ञात हो कि घटनास्थल सिद्धिकला ग्राम में है जो शासन चौकी अंतर्गत आता है। *चौकी प्रभारी प्रियंका मिश्रा* द्वारा मृतकों के परिजनों को समझाइश दी गई की सरकार एवं प्रशासन पर भरोसा रखें। पीड़ितों को शासन द्वारा उचित मुआवजा दिया जाएगा। जानकारी अनुसार बीते शनिवार 2 व्यक्तियों के मिले शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने प्रति व्यक्ति एक करोड़ मुआवजे के लिए शव को रखकर प्रदर्शन जारी रखा था।
*घटना की जाँच लिए मैजिस्ट्रेट हुए नियुक्त*
शासन ऐशडाइक डेम हादसे की जांच का जिम्मा सिंगरौली कलेक्टर ने अपर मजिस्ट्रेट बी के पांडेय को सौंपी हैं। उनके द्वारा अगले 45 दिन में ऐश डाइक के टूटने व उसकी गुणवत्ता, कार्य में लापरवाही और हादसे के लिए जिम्मेदारों की जवाबदेही पर बिंदुवार जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
*शासन सीईओ को नोटिस जारी*
जिला कलेक्टर केवीएस चौधरी द्वारा रविवार को शासन पावर प्लांट के सीईओ को शो कॉज नोटिस जारी कर 3 दिनों के भीतर जवाब मांगा है। इधर अपने आप को फंसता देख शासन के सीईओ समेत 3 आला अधिकारी अग्रिम जमानत हेतु न्यायालय शरण में गए हैं।
*कईयों पर गिर सकती है गाज*
इस हृदय विदारक घटना के बाद सख्त हुआ जिला प्रशासन अब बांध के टूटने को लेकर सख्ती बरत रहा है, क्योंकि साल भर के भीतर एनटीपीसी, एसआर के बाद अब रिलायंस सासन पावर के बांध के टूटने की यह तीसरी घटना पेश आई है। इस बाबत अंदाजा लगाया जा रहा है कि भले ही सासन पावर के सीईओ एवं अन्य अधिकारियों पर अभी गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज नहीं हुआ है। फिर भी बांध की सही रखरखाव नहीं होने और जांच उपरांत उसे दुरुस्त बताने वाले अधिकारियों समेत इस घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर भी जांच उपरांत गाज गिर सकती है।
*कई किलोमीटर तक फैला है राख का मलबा*
जर्जर हो चले डैम के फूटने के बाद पानी और राख के मलबे के आगोश में वहां कार्य कर रही पीसी समेत मवेशी, घर और आधा दर्जन से ज्यादा लोग जद में आ गए थे जिनकी तलाश अभी जारी है, परंतु कई किलोमीटर तक फैले मलबे के ढेर से लोगों को सकुशल वापस लाना आसान कार्य नहीं है। यही कारण है कि 72 घंटे बाद भी सभी को ढूंढा नहीं जा सका है। हालांकि एनडीआरफ समेत पुलिस बल सुबह से देर शाम तक लोगों की तलाश में जूटा रहता है।