फिर कुदरत की मार का शिकार हुआ अन्नदाता
कोंच(जालौन)- मार्च के महिने में भी हो रही बरसात चल रही तेज हवाओं ने किसानों की नींद उड़ा दी है खेत में लहराती किसानों की फसलों को इस बेमौसम की हवा बारिश और ओले से भारी नुकसान पहुचा है। अन्नदाता ऐसे समय पर कुदरत की मार का शिकार हुआ है जब वह अपनी फसलों के पकने का इंतजार कर रहा है बीते एक सप्ताह से मौसम में बदलाव है कभी तेज हवाएं चलती तो कभी तेज बरसात होने लगती है तो कभी रुक रुक कर पानी गिर रहा है और ओले पड़ रहे है ऐसे में अन्नदाता की रातों की नींद और दिन का चैन उड़ा हुआ है ग्राम मऊ भरतपुर कैमरा लाडुपुरा सिंगपुरा चमरूउआ ढीमरपुरा सहित दर्जनों गांवों में गेंहू और सरसों की फसल को भारी नुकसान पहुचा है ग्राम मऊ के किसान सुरेन्द्र पाल सिंह बताते है कि पिछले एक सप्ताह में तेज हवा और बारिश से सरसो की फसल तो पूरी तरह से बर्बाद हो गयी हवा चलने से सरसो का पेड़ जड़ समेत उखड़ गया चूंकि सरसो का पौधा लम्बा होता है और उसकी जड़े जमीन में 3 से 5 इंच तक ही अंदर रहती है गेहूं की फसल को 60 से 70 प्रतिशत नुकसान पहुचा है हवा पानी से गेहूं की फसल का पौधा बिछ गया है जो अब खड़ा नही हो पायेगा। कच्चे मकानों को भी काफी नुकसान पहुचा है हालांकि कोई जनहानि नही हुई लेकिन नुकसान बहुत ज्यादा हुआ है किसानों ने मांग की है कि प्रशासन नुकसान का आकंलन करें ताकि उन्हें सरकार की ओर से उचित मुआवजा फसलों की क्षति का मिल सके।
*रिपोर्ट*
*इंजी० असद अहमद*
*छोटा वाला पत्रकार ऋषि झा*