रत्न के नाम पर लोगो के साथ ठगी गुमराह होने से बचे लोग



जाने क्यो,रत्न धारण करने में गुमराह होने से बचे-के सी शर्मा

रत्न के नाम पर लोगो के साथ ठगाई हो रही हैं


आपको पता है की आजकल रत्न धारण करने का फैशन सा चल पड़ा है
रत्न धारण की चाहे जरूरत हो या न हो रत्न धारण कर लिये जाते है
या फिर कुछ पैसे के लालची लोगों ने इसे एक अपना व्यवसाय बना लिया है
और
जातक को डरा कर रत्न चाहे जरूरत हो या न हो मनमाने दामों पर धारण करा दिये जाते है ।

रत्न धारण करने से पहले रत्न का वैज्ञानिक प्रयोगशाला में रासायणिक विश्लेषण (कल्चर) कराने के साथ साथ
जिस जातक को रत्न धारण करना हैं उसके ब्लड का कल्चर पैथोलॉजी लेब में कराना जरूरी होता हैं
लजिसे रत्न धारण करने से कोई रिएक्शन नही आये यह सावधानी अत्यंत आवश्यक हैं

मुख्य रूप से आप अपनी कुंडली के पहले पांचवे और नोवें भाव के मालिक के रत्न धारण कर सकते है
लेकिन...
उसमे भी ये शर्त है की आप जिस ग्रह का रत्न धारण कर रहे है वो नीच राशि में न हो और 6 8 12 भाव में न हो

साथ ही ये भी जरुरी है की आप उस ग्रह का भावबल में बलाबल अवश्य देखना जरूरी होता हैं

अक्सर देखा गया है की कुछ लोगों द्वारा दशा के हिसाब से रत्न पहना दिए जाते है और फिर चाहे दशा मारकेश की ही क्यों न हो।

राहु केतु के गोमेद और लहसुनिया जहाँ तक सम्भव हो नही पहनने चाहिए

एक खास बात सूर्य चन्द्र को छोड़कर अन्य ग्रहों की दो दो राशि होती है और वे त्रिकोण यानी पहले पांचवे नोवें भाव के मालिक होकर साथ में किसी मारक भाव के मालिक भी बन जाते है ऐसे में भी रत्न धारण करते समय विशेष सावधानी की आवश्यकता होती है।

साथ ही शत्रु ग्रहों के रत्न एक साथ नही धारण करने चाहिए इसका भी विशेष ध्यान रखे
जैसे मूंगा - पना एक साथ या पुखराज - ओपल एक साथ नही धारण करना चाहिए।

कोई भी रत्न धारण करने से पहले उसे प्राण प्रतिष्ठित अवश्य करवा लेना चाहिए किसी योग्य विद्वान से।

आप ये बात ध्यान रखे की किसी ग्रह को मजबूत करने के लिये उसका रत्न धारण किया जाता है यदि आपको कोई ग्रह नुक्सान कर रहा है तो उसका रत्न न पहने।

केवल विशेष परिस्तिथियों में रत्न विज्ञान के विशेषज्ञ विद्वान की राय लेकर ही पहने।

मेरे यह अनुभव है कि रत्न धारण करने में रुपयों की बरबादी नही करे,
अपनी मेहनत की कमाई का पैसा रत्न धारण करने में नही गवाए

रत्न के नाम पर लोगो के साथ ठगाई हो रही हैं

हर रत्न का अलग अलग रासायनिक गुणधर्म होता हैं

आजकल खंभात और जयपुर के पत्थर रत्न के नाम से बेचे जा रहे हैं


रत्न धारण करने में सावधान रहें