DINESH PANDEY (journalist)
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*सिंगरौली:--* कोरोना को लेकर जनता कर्फ्यू का असर पूरे जिले में दिखाई दिया। ऐसी बंदी लोगों ने शायद पहले कभी नहीं देखी होगी। लोग घरों में कैद रहे और पुलिस व स्वास्थ्य महकमे की गाड़ियां ही सड़कों पर नजर आ रही थी। इक्का-दुक्का आम जनता जिसे जरूरी काम था वही अपने साधनों से सड़क नजर आया।स्थिति को देखते हुये जिले के जिम्मेदार अधिकारी भी दिन भर शहर व ग्रामीणांचलों का चक्रमण कर माहौल पर नजर रखे हुए थे।शहर का सबसे भीड़भाड़ वाला क्षेत्र व मुख्य चौक पूरी तरह से बंद था।पुलिस के जवानों के अलावा कुछ भी नजर नहीं आ रहा था।दुकानें पूरी तरह से शटडाउन थी।कोतवाली छेत्र के अम्बेडकर चौक से तुलसी मार्ग,काली मंदिर रोड पुरानी सब्जीमंडी व मस्जिद चौक, तथा राजीव चौक से इंदिरा चौक नवजीवन बिहार व सासन चौकी छेत्र के शिवपहरी तथा विन्ध्यनगर,नवानगर, जयंत,मोरवा,बरगवां थाना क्षेत्र की सभी दुकाने बंद रही व सड़को पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा । जिला मुख्यालय के आसपास तिराहे पर सुबह के वक्त जरूर कुछ लोग सड़क पर आये,जिन्हें पुलिस के जवानों ने घर भेज दिया।इस क्षेत्र में गलियों पर भी लोग इधर-उधर बैठे हुए थे, जो पुलिस के जवानों के पहुंचने पर घरों में दुबक गए।वही बरगवां पुलिस आने जाने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखे रही तथा बरगवां बाजार में बंदी का जबरदस्त व्यापक असर रहा। शहर का कोई भी इलाका ऐसा नहीं था जहां जनता कर्फ्यू का असर देखने को नहीं मिला हो। कोरोना को लेकर पीएम मोदी के आह्वान के साथ ही लोग अपनी स्वेच्छा से भी इस वैश्विक समस्या से निजात पाने हेतु अपने आप को घरों के अंदर पैक रहना ही मुनासिब समझा।
*मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे भी रहे बंद*
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जनता कर्फ्यू के समर्थन में सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों पर भी बंदी नजर आई। शहर के मुख्य जगहों पर स्थित देवी देवताओं के मंदिर का कपाट दिन भर बंद रहे।मस्जिद में भी सुबह से साम तक आने-जाने पर प्रतिबंध नजर आया।चर्च व गुरूद्वारों के दरवाजे भी जनता कर्फ्यू के समर्थन में बंद रहे।कर्फ्यू के दौरान जिले के आलाधिकारी शहर के साथ साथ सीमांचल इलाके पर भी कड़ी नजर बनाये हुये थे।
*अस्पताल पर भी पसरा सन्नाटा*
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जनता कर्फ्यू को लेकर इधर जिला अस्पताल पर भी सन्नाटा नजर आया।अस्पतालो पर जो मरीज भर्ती थे वे वार्डो के अंदर ही थे और उनके साथ रहने वाले भी अस्पताल के अंदर बैठे नजर आए।अस्पतालो की इमरजेंसी में भी इक्का दुक्का मरीज ही इलाज के लिए पहुचे अस्पतालो में डॉक्टरो व कर्मचारियों की टीम चौकन्नी नजर आयी।