धन उगाही का केन्द्र टिकैतनगर का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र



धन उगाही का केन्द्र टिकैतनगर का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्टि कैतनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नहीं थम रहा है भ्रष्टाचार एक सप्ताह पूर्व छपी खबर को अधिकारियों ने संज्ञान में तो लिया किंतु किसी तरह का पालन कराने में अक्षम रहे यहां पर तैनात अधीक्षक डॉ हेमंत गुप्ता एकदम कोई कार्रवाई करने से हमेशा बचते रहे हैं कार्रवाई ना हो यह जोर हमेशा रिपोर्टरों को देते रहे हैं भविष्य में धन उगाही की पुनरावृत्ति नहीं होगी ऐसा झुनझुना पकड़ा दे रहे हैं सबसे बड़ी बात तो यह है कि जब भी कोई पत्रकार यहां की समस्याओं को जो जनता से संबंधित हैं उठाता है तो यहां तैनात कर्मचारी या उनसे संबंधित आशा पतिग्राम ईटाहुआ राजेश सिंह अपनी अनुपस्थित आशा पत्नी का कार्य स्वयम देखते है आधीछक हेमंत गुप्त की सहमतसे इसी बात को लेकर आज टिकैतनगर के समाज सेवी पंडित विष्णु जोशी से उलझ गये lराजपता स्वीपर शशि नर्स की शिकायत महिला मरीजने की यह बात  लेबर रूम के बाहर  मौजूद  ऑन ड्यूटी दोनों को बुरी लगी और सब एक झुंड बनाकर वाद-विवाद करने चले आए समाजसेवी हो या पत्रकार सभी को प्रताड़ित कर अथवा अपमानित करने का सदैव डॉ हेमंत गुप्ता की सहमति से करते रहे हैं l इसके पूर्व भी एक पत्रकार के साथ में अभद्रता हो चुकी हैं lयहां पर प्रधानमंत्री योजना का का रुपया कितने पात्रों को दिया गया है यह जांच का विषय है l यहां पर तैनात आराधना सिंह ग्राम पानापुर नर्स की अवैध रूप से ट्रेनिंग कर रही हैं lजिसकी सूचना अपर चिकित्सा  अधिकारी डॉक्टर जेता सिंह को दी गई lवार्ड बॉय अहमद है उसकी जगह पर नकीब नाम का दूसरा आदमी वार्ड बॉय की पूरी नौकरी करता है और सरकारी लाभ भी लेता है तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात अधिकांश डॉक्टरों ने अपना एक वार्ड बॉय खुद ही रखा है जो मरीजों से धन उगाही करते हैं प्रसूत माताओं को भोजन सुविधा नाश्ता भी नहीं मिलता है तथा आज इटहुवा ग्राम की प्रसूति माता से ₹300 चार्ज किए गए जो स्वीपर राज पता के सामने मरीज ने कबूल किया है उसी बात को लेकर आशा पति राजेश सिंह  ग्राम इटाहुआ  एनएम शशि राज पता स्वीपर ने समाजसेवी से कहासुनी की तथा धमकी भी दी मजे की तो बात यह है यह सारी घटना  मूक दर्शक बने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ हेमंत गुप्ता देख रहे थे धृतराष्ट्र की तरह कुछ नहीं देखा वाली कहावत लागू होती है यहां के अधीक्षक पर ज्यादातर शिकायतों को सुनकर अनदेखा करने का आरोप है l भविष्य में  ऐसी पुनरावृति  नहीं होगी  कह कर पल्ला झाड़ लेते हैं lयहां पर जो भी घटना घटती है चाहे धन उगाही की हो या  खाओ कमाओ नीति के तहत बाहरी दवाइयों की कमीशन खोरी की मरीज भटकते रहते हैं चिकित्सा अधिकारी मौज उड़ाते हैं उनका कमीशन दवाइयों का और टेस्ट का जो जांच बाहर से लिखी जाती हैं उसका कमीशन उनके कमरे पर पहुंच जाता है यह कहकर जांच बाहर लिख दिया जाता है एक्स-रे टेस्ट हो या ब्लड टेस्ट यहां बिजली नहीं आ रही है बिजली की समस्या है बाहर से करा लो बाहर से दवाइयां ले लो डॉ हेमंत गुप्ता की सांठगांठ और कर्मचारियों की मिलीभगत से किसी भी उच्च अधिकारी के द्वारा बिना कोई कार्यवाही के धन उगाही निरंतर होती रही है जिससे मरीज अपने को असहाय समझता है यहां तैनात लैब टेक्नीशियन अनुश्री का व्यवहार भी संतोषजनक नहीं रहता है कई बार मरीजों से कहासुनी भी हुई है जिसकी शिकायत अधीक्षक से की गई उनके कान पर जूं तक नहीं रेंगता है जहां एक ओर केंद्र और राज्य की सरकारें गरीब जनता के लिए अस्पताल से स्वास्थ्य मेला लगाकर गरीब जनता का भला कर रही है वही उनके आदेशों की धज्जियां यहां के अधीक्षक कुछ डॉक्टर उड़ाने में कोई कोर कसर नहीं बाकी रखते है उक्त समस्या को टिकैतनगर के निवासी समाजसेवी पंडित विष्णु जोशी ने कई बार उठाया लेकिन आला अधिकारी जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा अधीक्षक ने आश्वासन का सिर्फ कोरा झुनझुना ही दिया है और पल्ला झाड़ लिया जिससे स्थानीय नागरिकों में रोष व्याप्त हैl_