*जाने,भूमि भवन संबंधित मुहूर्त शास्त्र - के सी शर्मा*
*भूमि क्रय-विक्रय करने का मुहूर्त*
घर बनाने हेतु , प्रॉपर्टी कार्य हेतु , जमीन क्रय-विक्रय कार्य हेतु या कृषि कार्य हेतु क्रय-विक्रय हेतु
अश्विनी मृगशिरा पुनर्वसु पुष्य हस्त चित्रा स्वाति रेवती नक्षत्र शुभ होती है।
*गृह निर्माण हेतु नींव खोदने का मुहूर्त*
जब सूर्य सिंह राशि में हो ,कन्या में या तुला में हो तो
अग्निकोण [ दक्षिण पूर्व ] से नीव खोदना आरम्भ करना चाहिए।
जब सूर्य वृश्चिक धनु या मकर राशि से ऊपर हो
तो ईशानकोण [ उत्तर-पूर्व ] से नींव को खोदना चाहिए।
जब सूर्य कुम्भ मीन व मेष में हो तो
नींव वायव्यकोण [ उत्तर-पश्चिम ] से खोदना चाहिए।
जब सूर्य वृषभ मिथुन और कर्क में हो तो
नीव नैश्रृयकोण [ दक्षिण-पश्चिम ] से शुरू करे।
जब सूर्य 5/6/7 राशि में हो तो राहु मुख उत्तर पीठ पश्चिम और पूँछ नैश्रत्यकोण में होता है।
ऐसी दशा में अग्निकोण [ दक्षिण-पूर्व ] से खोदना शुरू करे।
इसीप्रकार
सूर्य की स्थिति को देखते हुए
राहु मुख को छोड़ कर
उपयुक्त दिशा से ही नींव खोदना चाहिए।
*विशेष जानकारी*
*जब भूमि सो रही हो तो नीव नही खोदना चाहिए।*
जब सूर्य नयी राशि में प्रवेश करता है [ संक्रांति ] उससे 5,7,9,10, 21 और 24वें दिन भूमि शयन की स्थिति में होती है अथवा जब किसी दिन चन्द्रमा का नक्षत्र सूर्य के नक्षत्र से 5,7,9,12,19,26वां हो तो भूमि उस दिन भी सोती है।
*गृह निर्माण हेतु नींव खोदने का मुहूर्त*
नींव खुदाई हेतु अधोमुखी नक्षत्र
मूला अश्लेषा विशाखा कृतिका पूर्वाफाल्गुनी पूर्वाषाढ़ा पूर्वभाद्रपद भरणी और मघा शुभ है।
शनि या मंगल के नक्षत्र नही लेने चाहिए।
*नीव खोदने की तिथि*
इस कार्य हेतु मंगलवार के अलावा सभी शुभ दिन होता है।