रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। समग्र शिक्षा अभियान कार्यालय किशनगढ़ के तत्वाधान में ब्लॉक स्तरीय दो दिवसीय सत्रांत संस्था प्रधान वाक् पीठ संगोष्ठी सोमवार को अजमेर रोड स्थित आर.के. पाटनी गर्ल्स कॉलेज में शुरू हुई। आर.के. पाटनी गर्ल्स कॉलेज के सभा भवन में में प्रातः काल 9:30 बजे माध्यमिक शिक्षा के संस्था प्रधानों की दो दिवसीय वाक् पीठ संगोष्ठी का किशनगढ़ उपखंड अधिकारी देवेंद्र कुमार यादव(आईएएस) ने विधिवत उद्घाटन किया। वाक् पीठ संगोष्ठी कार्यक्रम के संयोजक व सिलोरा प्रधानाचार्य दिनेश चंद्र पारीक ने बताया कि उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि एसडीएम देवेंद्र कुमार यादव थे। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता आर.के .पाटनी गर्ल्स कॉलेज के सचिव सुभाष अग्रवाल ने की, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र कुमार शर्मा, आर.के. पाटनी गर्ल्स कॉलेज की प्राचार्य डॉ. वंदना भटनागर, महा विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य महावीर कोठारी आदि विशिष्ट अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में उपस्थित थे। वाक् पीठ संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए एसडीएम देवेंद्र कुमार यादव ने कहा कि, प्रधानाचार्य/संस्था प्रधान शिक्षा व्यवस्था की मुख्य धुरी है, शिक्षकों की अंतर्निहित शक्तियों को पहचानने की क्षमता एक संस्था प्रधान में अवश्य ही होनी चाहिए। एसडीएम यादव ने शिक्षा के बदलते प्रारूप एवं शैक्षणिक क्षेत्र में निरंतर हो रहे बदलावों एवं नवाचारों में प्राचीन भारतीय संस्कृति एवं हमारी पौराणिक शिक्षा व्यवस्था की भूमिका को सर्वोपरि माना। यादव ने उपस्थित संभागीयों को बताया कि सप्ताह में गुरुवार का दिन मेरी ओर से केवल शैक्षिक गतिविधियों के क्रियान्वयन हेतु आरक्षित है, अगर कोई भी संस्था प्रधान चाहे तो गुरुवार के दिन मुझे अपने विद्यालय में बुला सकते हैं और बच्चों से भी मिलवा सकते हैं। सीबीईओ राजेंद्र कुमार शर्मा ने वर्तमान में डिजिटल शिक्षा की आवश्यकता एवं महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा ,कि जो समय के साथ नहीं चलता उसे समय पीछे छोड़ देता है। इसलिए सभी संस्था प्रधान समस्त शैक्षणिक योजनाओं एवं गतिविधियों की क्रियान्वित समय रहते पूर्ण करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आर.के पाटनी गर्ल्स कॉलेज के सचिव सुभाष अग्रवाल ने कहा, कि समाज जिसका अनुसरण करें, वही सच्चे ( सही) रूप में शिक्षक है। वाक् पीठ संगोष्ठी संयोजक दिनेश चंद्र पारीक ने उपस्थित संभागीयों से संस्था प्रधानों के दायित्व, जिम्मेदारी एवं विद्यालय विकास में उनकी बलवती भूमिका के लिए महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। संदर्भ व्यक्ति पवन कुमार शर्मा द्वारा भी संस्था प्रधानों को शाला दर्पण से जुड़े विषय पर तकनीकी आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया गया। संगोष्ठी के प्रथम दिवस सहायक आचार्य कंप्यूटर विभाग रवि सोनी द्वारा भी आर.के पाटनी गर्ल्स कॉलेज के आधारभूत ढांचे व शिक्षण व्यवस्था को लेकर प्रोजेक्ट के माध्यम से उपस्थित संस्था प्रधानों को विभिन्न जानकारीयां उपलब्ध कराई गई। संदर्भ व्यक्ति चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि दो दिवसीय संगोष्ठी के प्रथम दिवस रविवार को विभिन्न वक्ताओं द्वारा सरकारी स्कूलों में शैक्षिक उन्नयन, शिक्षण व्यवस्था में गुणवत्ता, स्कूल की समस्याएं व उनका समाधान,विद्यालयों का संचालन कैसे किया जाए आदि विषयों से जुड़ी हुई तमाम जानकारियों पर गहराई से प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर संदर्भ व्यक्ति अशोक यादव, ओम प्रकाश शर्मा, चंद्रशेखर शर्मा, पवन कुमार शर्मा, कंट्रोल रूम प्रभारी शा. शिक्षक विशाल शर्मा आदि भी उपस्थित रहे। किशनगढ़ ब्लाॉकन्तर्गत संचालित समस्त सरकारी विद्यालयों के संस्था प्रधानों में शामिल पीईईओ, प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक ( माध्यमिक शिक्षा) सहित तकरीबन 65 संभागीयों ने कार्यक्रम में शिरकत की।और संगोष्ठी के प्रथम दिवस के आयोजन को सफल बनाया। दो दिवसीय संगोष्ठी का समापन मंगलवार को होगा
माध्यमिक शिक्षा के संस्था प्रधानों की दो दिवसीय वाक् पीठ संगोष्ठी का आयोजन शुरू
रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। समग्र शिक्षा अभियान कार्यालय किशनगढ़ के तत्वाधान में ब्लॉक स्तरीय दो दिवसीय सत्रांत संस्था प्रधान वाक् पीठ संगोष्ठी सोमवार को अजमेर रोड स्थित आर.के. पाटनी गर्ल्स कॉलेज में शुरू हुई। आर.के. पाटनी गर्ल्स कॉलेज के सभा भवन में में प्रातः काल 9:30 बजे माध्यमिक शिक्षा के संस्था प्रधानों की दो दिवसीय वाक् पीठ संगोष्ठी का किशनगढ़ उपखंड अधिकारी देवेंद्र कुमार यादव(आईएएस) ने विधिवत उद्घाटन किया। वाक् पीठ संगोष्ठी कार्यक्रम के संयोजक व सिलोरा प्रधानाचार्य दिनेश चंद्र पारीक ने बताया कि उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि एसडीएम देवेंद्र कुमार यादव थे। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता आर.के .पाटनी गर्ल्स कॉलेज के सचिव सुभाष अग्रवाल ने की, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र कुमार शर्मा, आर.के. पाटनी गर्ल्स कॉलेज की प्राचार्य डॉ. वंदना भटनागर, महा विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य महावीर कोठारी आदि विशिष्ट अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में उपस्थित थे। वाक् पीठ संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए एसडीएम देवेंद्र कुमार यादव ने कहा कि, प्रधानाचार्य/संस्था प्रधान शिक्षा व्यवस्था की मुख्य धुरी है, शिक्षकों की अंतर्निहित शक्तियों को पहचानने की क्षमता एक संस्था प्रधान में अवश्य ही होनी चाहिए। एसडीएम यादव ने शिक्षा के बदलते प्रारूप एवं शैक्षणिक क्षेत्र में निरंतर हो रहे बदलावों एवं नवाचारों में प्राचीन भारतीय संस्कृति एवं हमारी पौराणिक शिक्षा व्यवस्था की भूमिका को सर्वोपरि माना। यादव ने उपस्थित संभागीयों को बताया कि सप्ताह में गुरुवार का दिन मेरी ओर से केवल शैक्षिक गतिविधियों के क्रियान्वयन हेतु आरक्षित है, अगर कोई भी संस्था प्रधान चाहे तो गुरुवार के दिन मुझे अपने विद्यालय में बुला सकते हैं और बच्चों से भी मिलवा सकते हैं। सीबीईओ राजेंद्र कुमार शर्मा ने वर्तमान में डिजिटल शिक्षा की आवश्यकता एवं महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा ,कि जो समय के साथ नहीं चलता उसे समय पीछे छोड़ देता है। इसलिए सभी संस्था प्रधान समस्त शैक्षणिक योजनाओं एवं गतिविधियों की क्रियान्वित समय रहते पूर्ण करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आर.के पाटनी गर्ल्स कॉलेज के सचिव सुभाष अग्रवाल ने कहा, कि समाज जिसका अनुसरण करें, वही सच्चे ( सही) रूप में शिक्षक है। वाक् पीठ संगोष्ठी संयोजक दिनेश चंद्र पारीक ने उपस्थित संभागीयों से संस्था प्रधानों के दायित्व, जिम्मेदारी एवं विद्यालय विकास में उनकी बलवती भूमिका के लिए महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। संदर्भ व्यक्ति पवन कुमार शर्मा द्वारा भी संस्था प्रधानों को शाला दर्पण से जुड़े विषय पर तकनीकी आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया गया। संगोष्ठी के प्रथम दिवस सहायक आचार्य कंप्यूटर विभाग रवि सोनी द्वारा भी आर.के पाटनी गर्ल्स कॉलेज के आधारभूत ढांचे व शिक्षण व्यवस्था को लेकर प्रोजेक्ट के माध्यम से उपस्थित संस्था प्रधानों को विभिन्न जानकारीयां उपलब्ध कराई गई। संदर्भ व्यक्ति चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि दो दिवसीय संगोष्ठी के प्रथम दिवस रविवार को विभिन्न वक्ताओं द्वारा सरकारी स्कूलों में शैक्षिक उन्नयन, शिक्षण व्यवस्था में गुणवत्ता, स्कूल की समस्याएं व उनका समाधान,विद्यालयों का संचालन कैसे किया जाए आदि विषयों से जुड़ी हुई तमाम जानकारियों पर गहराई से प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर संदर्भ व्यक्ति अशोक यादव, ओम प्रकाश शर्मा, चंद्रशेखर शर्मा, पवन कुमार शर्मा, कंट्रोल रूम प्रभारी शा. शिक्षक विशाल शर्मा आदि भी उपस्थित रहे। किशनगढ़ ब्लाॉकन्तर्गत संचालित समस्त सरकारी विद्यालयों के संस्था प्रधानों में शामिल पीईईओ, प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक ( माध्यमिक शिक्षा) सहित तकरीबन 65 संभागीयों ने कार्यक्रम में शिरकत की।और संगोष्ठी के प्रथम दिवस के आयोजन को सफल बनाया। दो दिवसीय संगोष्ठी का समापन मंगलवार को होगा