सवाई माधोपुर@रिपोर्टर चंद्रशेखर शर्मा। जिले के गंगापुर सिटी उपखंड मुख्यालय पर इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा परिषद राजस्थान की ओर से बुधवार को विश्व कैंसर दिवस मनाया गया। जिसमें उपखंड क्षेत्र के समस्त इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सकों ने भाग लिया । वजीरपुर स्थित गांधी हॉस्पिटल में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वजीरपुर सीएससी के मेडिकल ऑफिसर डॉ. कमर सिंह मीना थे। जबकि वेटरनरी डॉ. सुरेश चंद मीणा विशिष्ट अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में उपस्थित रहे। इस अवसर पर परिषद के जिला सचिव डॉ. बी.एन. गुप्ता ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, कि कैंसर का मुख्य कारण धूम्रपान है। बीड़ी, सिगरेट, गुटखा व तंबाकू आदि नशीले पदार्थ कैंसर रोग की उत्पत्ति में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। नशीले पदार्थों का सेवन करने से जहां मानव शरीर में असाध्य रोगों की उत्पत्ति होती है, वही धन और पैसे की भी बर्बादी है। उन्होंने यह भी कहा कि आज की नव युवा पीढ़ी में धूम्रपान का प्रचलन बहुत बढ़ चला है, इसलिए नशा युक्त पदार्थों का सेवन करना युवाओं के लिए आजकल आम बात हो गई है, जिसके कारण युवा पीढ़ी कैंसर सहित कई प्रकार की गंभीर बीमारियों के चपेट में आती जा रही है। उन्होंने यह बताया कि समय रहते हुए जन और धन दोनों की बचत के लिए युवा पीढ़ी को नशे की लत से छुटकारा दिलवाया जाना बहुत आवश्यक है। इसके लिए सरकार को समय-समय पर नशा मुक्ति कैंपों का आयोजन तो करना ही चाहिए। साथ ही साथ नशा मुक्ति अभियान को बढ़ावा देने के लिए जन- जागरूकता फैलाने हेतु विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन भी किया जाना चाहिए ।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. सीताराम गर्ग ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहां की एलोपैथी चिकित्सा पद्धति ने कैंसर जैसी असाध्य और गंभीर बीमारियों पर भी अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इलेक्ट्रोपैथी की दवाओं के जरीये प्रथम स्टेज पर कैंसर रोग को जड़ से समाप्त किया जा सकता है। यही नहीं यदि कोई कैंसर रोगी अंतिम स्टेज पर भी चल रहा हो तो इलेक्ट्रोपैथी दवाइयों के द्वारा उसे दर्द मुक्त कर करीब 5 से 10 साल तक के लिए पुनः जीवन दान भी दिया जा सकता है। इस अवसर पर डॉ. महेश वर्मा ,डॉ. के के वैष्णव, डॉ. अब्दुल सलाम, डॉ. जलवानिया आदि वरिष्ठ चिकित्सकों ने भी ने कैंसर के बारे में अपने अपने विचार रखें और कैंसर रोग को लेकर विस्तार पूर्वक जानकारी भी प्रदान की। कैंसर दिवस पर तंबाकू पदार्थों से होने वाले नुकसानों के बारे में विस्तार से अवगत कराया गया। कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत डॉक्टर काउंट सीजर मैटी की प्रतिमा पर माल्यार्पणकर तथा दीप प्रज्वलन कर की गई । इस अवसर पर अतिथियों को इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा की कैंसर से संबंधित विषय वस्तु एवं साहित्य प्रदान कर सम्मानित भी किया गया। डॉ. माहिर ने कैंसर से बचाव के उपाय सुझाते हुए अंत में कार्यक्रम के समापन की विधिवत घोषणा की, और कार्यक्रम में शामिल होने पर सभी का तहेदिल से आभार व्यक्त किया ।
इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सकों ने मनाया विश्व कैंसर दिवस ।
सवाई माधोपुर@रिपोर्टर चंद्रशेखर शर्मा। जिले के गंगापुर सिटी उपखंड मुख्यालय पर इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा परिषद राजस्थान की ओर से बुधवार को विश्व कैंसर दिवस मनाया गया। जिसमें उपखंड क्षेत्र के समस्त इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सकों ने भाग लिया । वजीरपुर स्थित गांधी हॉस्पिटल में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वजीरपुर सीएससी के मेडिकल ऑफिसर डॉ. कमर सिंह मीना थे। जबकि वेटरनरी डॉ. सुरेश चंद मीणा विशिष्ट अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में उपस्थित रहे। इस अवसर पर परिषद के जिला सचिव डॉ. बी.एन. गुप्ता ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, कि कैंसर का मुख्य कारण धूम्रपान है। बीड़ी, सिगरेट, गुटखा व तंबाकू आदि नशीले पदार्थ कैंसर रोग की उत्पत्ति में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। नशीले पदार्थों का सेवन करने से जहां मानव शरीर में असाध्य रोगों की उत्पत्ति होती है, वही धन और पैसे की भी बर्बादी है। उन्होंने यह भी कहा कि आज की नव युवा पीढ़ी में धूम्रपान का प्रचलन बहुत बढ़ चला है, इसलिए नशा युक्त पदार्थों का सेवन करना युवाओं के लिए आजकल आम बात हो गई है, जिसके कारण युवा पीढ़ी कैंसर सहित कई प्रकार की गंभीर बीमारियों के चपेट में आती जा रही है। उन्होंने यह बताया कि समय रहते हुए जन और धन दोनों की बचत के लिए युवा पीढ़ी को नशे की लत से छुटकारा दिलवाया जाना बहुत आवश्यक है। इसके लिए सरकार को समय-समय पर नशा मुक्ति कैंपों का आयोजन तो करना ही चाहिए। साथ ही साथ नशा मुक्ति अभियान को बढ़ावा देने के लिए जन- जागरूकता फैलाने हेतु विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन भी किया जाना चाहिए ।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. सीताराम गर्ग ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहां की एलोपैथी चिकित्सा पद्धति ने कैंसर जैसी असाध्य और गंभीर बीमारियों पर भी अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इलेक्ट्रोपैथी की दवाओं के जरीये प्रथम स्टेज पर कैंसर रोग को जड़ से समाप्त किया जा सकता है। यही नहीं यदि कोई कैंसर रोगी अंतिम स्टेज पर भी चल रहा हो तो इलेक्ट्रोपैथी दवाइयों के द्वारा उसे दर्द मुक्त कर करीब 5 से 10 साल तक के लिए पुनः जीवन दान भी दिया जा सकता है। इस अवसर पर डॉ. महेश वर्मा ,डॉ. के के वैष्णव, डॉ. अब्दुल सलाम, डॉ. जलवानिया आदि वरिष्ठ चिकित्सकों ने भी ने कैंसर के बारे में अपने अपने विचार रखें और कैंसर रोग को लेकर विस्तार पूर्वक जानकारी भी प्रदान की। कैंसर दिवस पर तंबाकू पदार्थों से होने वाले नुकसानों के बारे में विस्तार से अवगत कराया गया। कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत डॉक्टर काउंट सीजर मैटी की प्रतिमा पर माल्यार्पणकर तथा दीप प्रज्वलन कर की गई । इस अवसर पर अतिथियों को इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा की कैंसर से संबंधित विषय वस्तु एवं साहित्य प्रदान कर सम्मानित भी किया गया। डॉ. माहिर ने कैंसर से बचाव के उपाय सुझाते हुए अंत में कार्यक्रम के समापन की विधिवत घोषणा की, और कार्यक्रम में शामिल होने पर सभी का तहेदिल से आभार व्यक्त किया ।