सवाई माधोपुर@रिपोर्टर चंद्रशेखर शर्मा।" जाको राखे साइयां.... मार सके ना कोए... बाल भी बांका कर ना सके, जो जग बैरी होय... इसी कहावत को चरितार्थ करती हुई कल हुए एक्सीडेंट की घटना कुछ इस तरह का किस्सा ही बयां कर रही हैं, सोमवार को यहां लालसोट-सवाईमाधोपुर मेगा हाइवे स्थित मलारना चौड़ कस्बा एवं तारनपुर गांव के बीचों-बीच हुए सड़क हादसे में इस तरह का किस्सा देखने में आया। हादसे में बाइक पर सवार मां की सांस तो टूट गई, लेकिन 4 महीने के बेटे को खरोंच तक नहीं आई। मलारना चौड़ सरपंच रुकमणी देवी मीना ने बताया कि सुन्दरपुर निवासी घमण्डी लाल पुत्र कैलाश चंद मीना अहमदाबाद में रेलवे में टेक्नीशियन है। जिसकी तीन वर्ष पूर्व मृतका विमला देवी से शादी हुई थी। शादी के बाद विमला देवी अपने ससुराल में ना रहकर अपने पति के साथ ही अहमदाबाद में रह रही थी। लेकिन चार माह पूर्व एक बेटे को जन्म देने के बाद से पूर्व में उत्पन्न एक बेटी व बेटे के साथ गांव में ही रह रही थी। दो दिन पहले ही घमण्डी पत्नी विमला देवी व बच्चों को साथ ले जाने के लिए गांव आया हुआ था ।पुलिस व परिजनों के अनुसार घमण्डी लाल पुत्र कैलाश चंद मीना निवासी सुन्दरपुर अपनी पत्नी विमला के साथ अपने 4 माह के बीमार बेटे को चिकित्सक को दिखाने के लिए बाइक से सवाईमाधोपुर जा रहा था। रास्ते में लिंक सड़क से हाइवे पर पहुंचने के बाद सवाईमाधोपुर की तरफ तारनपुर गांव के पास पहुंचते ही पीछे से तेज रफ्तार में बजरी खाली कर आ रहे ट्रैक्टर- ट्रॉली ने बाइक को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक पर पीछे बेटी विवाहिता अपने बेटे के साथ उछल कर हाइवे पर गिर गई। इस दौरान तेज रफ्तार में चल रही ट्रैक्टर- ट्रॉली विवाहिता के सिर को कुचलते हुए आगे निकल गई। लेकिन 4 माह के बच्चे को खरोंच तक नहीं आई । इसलिए कहा जाता है, कि मारने वाला है भगवान, बचाने वाला है भगवान। क्षेत्र की आम जनता, निकटतम रिश्तेदारों एवं मीणा समुदाय के लोगों द्वारा ईश्वर से
मृत आत्मा को शांति प्रदान करने एवं दुख की इस घड़ी में मृत आत्मा के संपूर्ण परिवार को ढांढस बंधाते हुए मृतका विमला देवी के सड़क दुर्घटना में 4 माह के अबोध जीवित बचे बालक के निरोगी रहने एवं भविष्य में उसके उत्तम स्वास्थ्य कामना की गई ।