पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर ने बजट को लेकर कि किसानों से चर्चा



 माधोपुर@ रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर द्वारा शनिवार को गंगापुर सिटी उपखंड़ अंतर्गत तलावड़ा उपतहसील क्षेत्र का दौरा किया गया। गुर्जर द्वारा यहां लोगों से  परस्पर मुलाकात कर उनके अभाव -अभियोग सुने गए।लोगों ने भी पूर्व विधायक गुर्जर को अनेकानेक समस्याओं के विषय में जानकारी दी, जिसके निराकरण के लिए पूर्व विधायक ने आम जनता को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इस दौरान गांव के पंच पटेलों आम नागरिकों के साथ पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर की किसानों के साथ हथाई पर कांग्रेस नीत सरकार द्वारा एवं अशोक गहलोत द्वारा इस सत्र में पारित किए गए वित्तीय बजट को लेकर चर्चा की गई।
राज्य सरकार के द्वारा प्रस्तुत बजट 2020-21 पर किसानों से चर्चा करते हुए पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार अपने चुनावी घोषणा पत्र को भी पूरी तरह से भूल चुकी है। यही कारण है, कि इस बजट में ऐसी कोई नीति नहीं है जिससे युवाओं, किसानों, महिलाओं व व्यापारियों के सपने ठोस रूप से साकार हो सके तथा निम्न व मध्यम वर्ग का जीवन स्तर बेहतर बन सके। उन्होंने कहा कि जनता को बजट से बहुत उम्मीदें थी लेकिन सबको निराशा हाथ लगी हैं। युवाओं, किसानों के लिए बजट में सिर्फ बातें ही कही गई है, लेकिन हकीकत में कुछ नहीं दिया गया है। और तो और पानी, बिजली, रोजगार के लिए भी बजट में कोई विशेष प्रावधान नहीं है। गुर्जर ने कहा कि अधिकांश योजनाएं भाजपा शासनकाल की है जिनकी गहलोत सरकार ने पुनरावृति की है, और उसका श्रेय खुद लेने के लिए लोगों को सब्जबाग दिखाए हैं।
सत्ताधारी दल कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए गुर्जर ने कहा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने जो किसान समृद्धि का ढोल पीटा था, वह महज चंद दिनों में ही फट गया।और इसके साथ ही उन्होंने कर्ज माफी पर भी किसानों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि सत्ता के लालच में कांग्रेस ने किसानों का ऋण माफ करने की घोषणा तो कर दी, लेकिन इसकी पात्रता का खुलासा करने से वह अभी भी कतरा रही है।
कांग्रेस द्वारा चुनावी वादों में किसानों का पूरा कर्जा माफ करने की बात कही गई थी, जबकि वस्तुस्थिति यह है ,कि वर्तमान में राज्य के अन्दर कुल 59 लाख किसान है। जिन पर लगभग 99,995 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। जिसमें से अगर वर्तमान आदेश की पूर्ण पालना कर 18,000 करोड़ रुपये का भी ऋण माफ कर दिया जाता है, तो शेष 81,995 करोड़ रुपये की राशि जो विभिन्न श्रेणियों के किसानों ने विभिन्न बैंकों से ऋण ले रखी है, उनके ऋण को माफ करने की सरकार की क्या मंशा है ?
पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर के साथ मनोज कुनकटा सहित दर्जनभर भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी मौजूद थे।