चंद्रशेखर शर्मा। बौंली एवं मलारना डूंगर उपखंड क्षेत्र के प्रसिद्ध मेलों में शुमार श्री एदलकी बालाजी का तीन दिवसीय मेला सोमवार को अपने पूरे परवान पर रहा। गालंद कलां ग्राम पंचायत अंतर्गत स्थित एदलकी बालाजी के मेले में सोमवार को आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। जिसके चलते मंदिर परिसर में बालाजी के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की लंबी कतारें दिखाई दी। बजरंगबली के जयकारों के बीच हजारों भक्तों ने एदलकी बालाजी मंदिर में मत्था टेक दर्शन लाभ प्राप्त किए। इस दौरान आस-पास के क्षेत्र एवं गांव से आए ग्रामीण श्रद्धालुओं तथा दूरदराज से आए भक्तगणों द्वारा बालाजी से कई मनौतिया मांगी गई। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बालाजी मेले में विभिन्न मिष्ठान, खान-पान की वस्तुएं खिलौने, मिट्टी के बर्तन, लोहे के औजार, फल- सब्जी से लेकर फर्नीचर, रेडीमेड कपड़ों की दुकाने, मनिहारी के सामान आदि की सैकड़ों स्टालें सजाई गई। जिन पर खरीदारी कर मेला दर्शनार्थियों द्वारा मेले का जमकर लुत्फ उठाया गया। मेले में पशु पालकों द्वारा ऊंट और घोड़े भी खरीद फरोख्त के लिए लाए गए। लेकिन इस बार लोगों ने पशुओं को खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई। इस दौरान स्थानीय ग्राम पंचायत प्रशासन द्वारा मेले के आयोजन को लेकर विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाएं की गई। जिनमें पेयजल, विद्युत, एवं सुरक्षा व्यवस्था प्रमुख है। स्थानीय ग्राम पंचायत सरपंच मोतिया मीणा ने बताया कि वैसे तो मेला मैदान में ग्राम पंचायत की ओर से अधिकांश व्यवस्थाएं मेला आयोजना को लेकर की गई। लेकिन सुरक्षात्मक दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा पुलिस जाब्ता नहीं भेजा गया।जबकि उनका कहना था कि इस संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर सूचना दे दी गई थी। मलारना डूंगर थाना प्रभारी से बात करने पर थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह ने भी ऐदलकी की बालाजी के मेले में पुलिस व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार के आदेश या जानकारी होने को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की। मेला परिसर में पुलिस के अभाव में शांति व्यवस्था को लेकर लोगों के मन में भय बना रहा। वैसे तो तीन दिवसीय बालाजी मेले की विधिवत शुरूआत रविवार को हो गई थी जिसके चलते हजारों भक्त धीरे-धीरे यहां आना शुरू हो गए। लेकिन सोमवार को मेला अपने पूरे यौवन पर रहा। हजारों लोगों की उपस्थिति के बीच मेले में जहां श्रद्धालुओं ने बालाजी महाराज की झांकी के दर्शन प्राप्त किए वहीं पर लोगों ने खान-पान व मिठाई से जुड़ी खाद्य सामग्री व फलों का भी स्वाद चखा और घरेलू वस्तुएं खरीद कर मनोरंजन का भी भरपूर लुत्फ उठाया। कुल मिलाकर इस बार मेले में पशुधन और आवश्यक सामान की खरीदारी को लेकर लोगों ने कम दिलचस्पी दिखाई।जिसके चलते व्यापारियों के चेहरे पर मायूसी छाई रही। तीन दिवसीय मेले का विधिवत समापन मंगलवार को होगा। गुदरी होने के कारण इस दिन मेला प्रांगण में महिला खरीदारों की संख्या अधिक रहेगी है। लेकिन हजारों पुरुष दर्शनार्थियों भी बालाजी के मेले में उपस्थित रहेंगे
एदलकी बालाजी के मेले में उमड़ी श्रृद्धालुओं की भीड़
चंद्रशेखर शर्मा। बौंली एवं मलारना डूंगर उपखंड क्षेत्र के प्रसिद्ध मेलों में शुमार श्री एदलकी बालाजी का तीन दिवसीय मेला सोमवार को अपने पूरे परवान पर रहा। गालंद कलां ग्राम पंचायत अंतर्गत स्थित एदलकी बालाजी के मेले में सोमवार को आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। जिसके चलते मंदिर परिसर में बालाजी के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की लंबी कतारें दिखाई दी। बजरंगबली के जयकारों के बीच हजारों भक्तों ने एदलकी बालाजी मंदिर में मत्था टेक दर्शन लाभ प्राप्त किए। इस दौरान आस-पास के क्षेत्र एवं गांव से आए ग्रामीण श्रद्धालुओं तथा दूरदराज से आए भक्तगणों द्वारा बालाजी से कई मनौतिया मांगी गई। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बालाजी मेले में विभिन्न मिष्ठान, खान-पान की वस्तुएं खिलौने, मिट्टी के बर्तन, लोहे के औजार, फल- सब्जी से लेकर फर्नीचर, रेडीमेड कपड़ों की दुकाने, मनिहारी के सामान आदि की सैकड़ों स्टालें सजाई गई। जिन पर खरीदारी कर मेला दर्शनार्थियों द्वारा मेले का जमकर लुत्फ उठाया गया। मेले में पशु पालकों द्वारा ऊंट और घोड़े भी खरीद फरोख्त के लिए लाए गए। लेकिन इस बार लोगों ने पशुओं को खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई। इस दौरान स्थानीय ग्राम पंचायत प्रशासन द्वारा मेले के आयोजन को लेकर विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाएं की गई। जिनमें पेयजल, विद्युत, एवं सुरक्षा व्यवस्था प्रमुख है। स्थानीय ग्राम पंचायत सरपंच मोतिया मीणा ने बताया कि वैसे तो मेला मैदान में ग्राम पंचायत की ओर से अधिकांश व्यवस्थाएं मेला आयोजना को लेकर की गई। लेकिन सुरक्षात्मक दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा पुलिस जाब्ता नहीं भेजा गया।जबकि उनका कहना था कि इस संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर सूचना दे दी गई थी। मलारना डूंगर थाना प्रभारी से बात करने पर थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह ने भी ऐदलकी की बालाजी के मेले में पुलिस व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार के आदेश या जानकारी होने को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की। मेला परिसर में पुलिस के अभाव में शांति व्यवस्था को लेकर लोगों के मन में भय बना रहा। वैसे तो तीन दिवसीय बालाजी मेले की विधिवत शुरूआत रविवार को हो गई थी जिसके चलते हजारों भक्त धीरे-धीरे यहां आना शुरू हो गए। लेकिन सोमवार को मेला अपने पूरे यौवन पर रहा। हजारों लोगों की उपस्थिति के बीच मेले में जहां श्रद्धालुओं ने बालाजी महाराज की झांकी के दर्शन प्राप्त किए वहीं पर लोगों ने खान-पान व मिठाई से जुड़ी खाद्य सामग्री व फलों का भी स्वाद चखा और घरेलू वस्तुएं खरीद कर मनोरंजन का भी भरपूर लुत्फ उठाया। कुल मिलाकर इस बार मेले में पशुधन और आवश्यक सामान की खरीदारी को लेकर लोगों ने कम दिलचस्पी दिखाई।जिसके चलते व्यापारियों के चेहरे पर मायूसी छाई रही। तीन दिवसीय मेले का विधिवत समापन मंगलवार को होगा। गुदरी होने के कारण इस दिन मेला प्रांगण में महिला खरीदारों की संख्या अधिक रहेगी है। लेकिन हजारों पुरुष दर्शनार्थियों भी बालाजी के मेले में उपस्थित रहेंगे