सर्वप्रथम तो प्रथमपूज्य, विघ्नहर्ता, विनायक श्री गणेश जयंती की सभी को शुभकामनाएं।
हर साल माघ मास की शुक्ल पक्ष चतुर्थी को ये पर्व मनाया जाता है गणेश जयंती को माघ शुक्ल चतुर्थी (Magha Shukla Chaturthi), तिलकुंड चतुर्थी (Tilkund Chaturthi) और वरद चतुर्थी (Varad Chaturthi) भी कहा जाता है।
मान्यता के अनुसार इस दिन श्रीगणेश का जन्मदिवस है। इस तिथि पर की गई गणेश पूजा अत्याधिक लाभ देने वाली होती है। अग्निपुराण में भी भाग्य और मोक्ष प्राप्ति के लिए तिलकुंड चतुर्थी के व्रत का विधान बताया गया है। इस चतुर्थी पर चंद्रदर्शन निषेध है और देखने पर मानसिक विकार उत्पन्न होते हैं, ऐसा कहा गया है।
गणेश जी ने अनेकों असुरों का संहार कर धर्म रक्षा की आइये हम भी प्रभु श्री गणेश की जयंती पर संकल्पित हों धर्म रक्षा के लिए और असुरों के संहार के लिए।
जय विघ्नहर्ता श्री गणेश!