रामजी पांडे
नोएडा, तुम मुझे खून दो, मैं तुझे आजादी दूंगा व ‘जय हिन्द’ का नारा देने वाले, आजाद हिन्द फौज के संस्थापक भारत के स्वतन्त्रता आन्दोलन के महानायक नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की 113वीं जयन्ती सीटू कार्य कर्ताओं ने सैक्टर 8 नौएडा बांसबल्ली मार्किट तिराहे पर धूमधाम से मनाई। कार्यक्रम की शुरूआत नेताजी के फोटो पर माल्र्यापण व उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ हुई। इस अवसर पर लोगों को सम्बोधित करते हुए सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि अंग्रेजी हुहूमत के खिलाफ उनके संघर्ष को कोई नहीं भूल सकता। एक-एक कहानी इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं। उनकी पूरी जिन्दगी, संघर्ष, समर्पण और उपलब्धियों से भरी है। नेताजी स्वतंत्रता आन्दोलन की अमूल्य निधि हैं तथा आज भी प्रेरणासोत्र एवं प्रासंगिक हैं। देश के वर्तमान हालात में उनके विचार और सोच और भी महत्वपूर्ण हैं। जब मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण देश की आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ रही है, रोजगार खम हो रहे हैं तथ छोटे-मोटे काम-धंधे चैपट हो गये हैं। महंगाई, बेरोजगारी व असमानता तेजी के साथ बढ़ी है। संविधान पर तथा नागरिकों केे जनतांत्रिक अधिकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं। उक्त पर हो रहे शान्ति पूर्व विरोध कार्यवाहियों को दबाने के लिए फौजदारी की दफा 144 का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल कर बर्बर पुलिस दमन चक चलाकर विरोधियों तथा असहमति की आवाज को दबाने का कार्य किया जा रहा है। इन्होंने कहा कि आज भारत के संविधान और उसके धर्म निरपेक्ष जनतांत्रिक, लोकतांत्रिक आधार की हिफाजत करना ही सर्वोच्च देश भक्ति है। आइए युगों की दास्ता और गुलामी, शोषण अन्याय और भेदभाव की जंजीरों को काटने के लिए नेताजी के बताए मार्ग पर अग्रसर होकर सुभाष चन्द्र के सपनों का भारत बनाने की ओर बढ़े।
सभा को सम्बोधित करते हुए सीटू महा सचिव राम सागर ने कहा कि नेताजी सुभाषचन्द बोस भारत में हिन्दू-मुस्लिम एकता के सबसे बड़े हिमायती थे। उनकी बनाई गई फौज में सभी धर्म, सम्प्रदाय के लोग शामिल थे। वे महिलाओं की आजादी के जबर्दस्त समर्थक थे। उन्होंने अपनी सेना में रानी झांसी रेजीमेन्ट बनाई और कैप्टन लक्ष्मी सहगल को उसका कैप्टन बनाया। इस अवसर पर सीटू नेता विनोद कुमार, मन्जू राय, रीता कर्दम, सपना देवी, भीखू प्रसाद, हरि गुप्ता, रामेश्वर स्वामी, मौ0 जुनैद, राजा, शेर सिंह, नवलेश कुमार, विजय गुप्ता, राम गोपाल, बालिस्टर आदि ने अपने-अपने विचार रखे और नेता जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किया।