सवाई माधोपुर।( रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा ) गंगापुर उपखंड मुख्यालय पर श्री बालाजी सेवा समिति एवं खानपुर बड़ौदा,चकछाबा बाढ़ आदि गांवों के संयुक्त तत्वावधान में आमजनता के सहयोग से विशाल हरिकीर्तन एवं पद दंगल तथा पचवारा ढांचा कार्यक्रम का आयोजन दूध डेरी पर 31 दिसम्बर से संचालित किया जा रहा है ,जो की 5 जनवरी तक जारी रहेगा।इसी कार्यक्रम की श्रृंखला में गुरुवार को विशाल पद दंगल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर थे।
मुख्य अतिथि गुर्जर का सेवा समिति के पदाधिकारियों एवं गांव के पंच- पटेलों ने संयुक्त रूप से माला व साफा पहनाकर भव्य स्वागत किया।
पद दंगल कार्यक्रम में मुख्य रूप से 4 पद गायन पार्टीयां शामिल हुई।
पद दंगल कार्यक्रम में गायक कलाकार झंडूराम मीना (शेखपुरा),शेरसिंह गुर्जर (ढाय बुचौलाई),धवलेराम मीना( लालाराम का पूरा),भूड़ा अलवर आदि ने धार्मिक कथाओं की प्रस्तुतियां दी।
कार्यक्रम के सभापति मन्नू सैनी रहें।
गायक कलाकार धवलेराम मीना ने ढोला मारू की कथा को स्वर प्रदान करते हुए," मेरे मारे काए कु मरे मेरे ढोला...मेरे ढोला दरवाजा खावे झक झोला... सुनाकर श्रोताओं की खूब दाद लूटी इसी प्रकार झंडूराम मीना ने शस्त्रवाहू एवं अर्जुन की कथा तो शेरसिंह गुर्जर ने श्रवण की कथा तथा दिनेश सैनी ने शुरपंखा की कथा सुना कर दर्शकों को भावविभोर होने पर मजबूर कर दिया।
पद दंगल कार्यक्रम सुनने के लिए हजारों की संख्या में लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी । मुख्य अतिथि पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर ने पद दंगल कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पद दंगल जैसे कार्यक्रम हमारे समाज के पारम्परिक इतिहास के गवाह हैं, हमारे संस्कृति के प्रतीक हैं, इन आयोजनों से आपसी भाईचारा और सद्भावना का विकास होता है।
मनोज कुनकटा ने इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य अतिथि पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर, एमएलए बत्तूलाल गुर्जर , सरपंच बलराम गुर्जर ,मिथलेश व्यास,नीटू धावाई, सरपंच रामसिंह,जलधारी टोकसी,मनोज कुनकटा,भवानी मानपुर,रामस्वरूप जांगिड़,नबल गुर्जर,रामचरण सैनी,बाबूलाल सैनी,राजू जायसवाल,बाबू जायसवाल, हरकेश सैनी, निरंजन गुर्जर हरिराम सैनी,रामकेश सैनी,प्यारसिंह सैनी, दिनेश जांगिड़, अशोक सैनी,दिलकुश सैनी,विनोद सैनी, हरिओम सैनी, पप्पू मीणा, कैलाश सैनी आदि पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं सहित हजारों की संख्या में महिला- पुरुष श्रोता गण भी उपस्थित थे