गंगापुर सिटी के कुनकटा कलां गांव में वीर भोजा बाबा का वार्षिक मेला शुरू



माधोपुर@रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा। गंगापुर सिटी उपखंड मुख्यालय के गांव कुनकटा कलां में  श्री वीर भोजा बाबा का विशाल वार्षिक मेला शनिवार को शुरू हुआ। मेले  के शुभारंभ के साथ ही श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ महोत्सव के आयोजन को लेकर कलश यात्रा,गणेश पूजन, के साथ कथा वाचन सहित मेले से जुड़े हुए अन्य कार्यक्रम भी प्रारंभ हुए।कुनकटा कलां गांव में जन-जन की आस्था के केंद्र श्री वीर भोजा बाबा के विशाल वार्षिक मेले के शुभारंभ के मौके पर सर्वप्रथम बैंड - बाजों के साथ गाजे-बाजे से विशाल


शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें मुख्य रूप से महिलाएं अपने सिर पर 11 सौ कलश लिए हुए चल रही थी। आयोजन समिति से जुड़े पदाधिकारी मनोज कुनकटा ने बताया कि कुनकटा गांव स्थित भगवान सीताराम जी के मंदिर पर प्रातः 11 बजे सर्वप्रथम विधिवत पूजा अर्चना की गई । इसके बाद बैंड बाजों के साथ  कलश यात्रा शुरू हुई। कलशयात्रा में अधिकांश महिलाएं  मंगल गीत गाते एवं तो कुछ भक्ति रस में सराबोर होकर बाबा के भजनों पर डीजे के आगे नृत्य करते हुए भी चल रही थी। यही नहीं शोभायात्रा में दर्जनों उत्साही युवक भी श्री वीर भोजा बाबा के जयकारों लगाते हुए तथा दुसरे डीजे पर नाचते हुए चल रहे थे। ग्रामीणों द्वारा कलश यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। कलश यात्रा का समापन कथा स्थल श्री वीर भोजा बाबा मंदिर पहुंचने पर हुआ। कथा स्थल पर भी विधिवत रूप से पूजा अर्चना के पश्चात कथावाचक भागवताचार्य छैल बिहारी शास्त्री द्वारा भागवत कथा का वाचन शुरू किया गया। पहले दिवस कथा के महात्यम पर प्रकाश डाला गयाऔर
 श्रीमद्भागवत की साधना पद्धती उपस्थित श्रद्धालुओं (श्रोताओं) को भागवत पीठ के माध्यम से समझाई गई। भागवत कथा में बोलते हुए कथावाचक छैल बिहारी श्रोताओं को बताया , कि धर्म का प्रयोजन, मोक्ष के लिए है । धर्म, धन  के लिए नहीं है ।और धन, धर्म के लिए है “ भोग” के लिए नहीं है ।और “भोग” जीवन के लिए है न कि “ इन्द्रियों “ के तृप्ति के लिए । और “जीवन “ ईश्वर की जिज्ञासा के लिए है । कथावाचक पं.
छैल बिहारी मैं अपने श्रीमुख से यह भी कहा की ईश्वर को जानना ही ब्रह्मतत्व को जानना है, और जब तक श्रृष्टि रहेगी ऐसे तत्व ज्ञानी ईश्वर के ज्ञान का उपदेश करते रहेंगे । और यह सत्य क्या है ? यह सत्य ऐसा है जिसमें ज्ञाता और ज्ञेय के भेद से रहित आपकी ज्ञान स्वरूप आत्मा । योगी लोग उसी सत्य को परमात्मा कहते हैं ,वेदान्ती लोग ब्रह्म , भक्त लोग भगवान कहते हैं । यह तीनों वस्तु एक ही है आप जो चाहे नाम दे दें । कथावाचक रे महत्वपूर्ण रूप से एक बात यह बताई की श्रीमद्भागवत के द्वारा इसी जीवन में मुक्ति अधिष्ठ है ।
“स्वातंत्र्यम् परमं पदम
आयोजन से जुड़े मनोज कुनकटा ने बताया कि इसी के साथ बांसरोटा परिवार के गांव कुनकटा,मच्छीपुरा,बाढ़, किशन कि झोपड़ी,कोठी काडी दड़ी, बाढ़ नेहड़ी,मोतीपुरा सहित 46 गांव बांसरोटा परिवार की ओर से जुड़े हजारों लोग कार्यक्रम में शामिल हुए। कुनकटा ने यह भी बताया कि इस परिवार की और  से हर वर्ष वीर भोजा बाबा का मेला आयोजित किया जाता है इसमें मुख्य रूप से भागवत कथा का आयोजन शामिल है।  पूर्व की भांति शनिवार से श्री वीर भोजा बाबा का विशाल वार्षिक मेले की शुरूआत हो गई।
भागवत कथा प्रवचन का समय प्रतिदिन सुबह 11 से सायं 5 बजे तक रहेगा। जिसमें कथावाचक द्वारा श्रोताओं को भागवत कथा का श्रवण पान कराया जाएगा। नौ दिवसीय भागवत  सप्ताह ज्ञान यज्ञ का विधिवत समापन 26 जनवरी को होगा। इसी के साथ ही वीर भोजा बाबा के वार्षिक मेले का समापन भी विशाल भंडारे के साथ ही संपन्न होगा।