*विंध्य के सफेद शेर के नाम से मसहूर रहे श्रीनिवास तिवारी
उनके निज सचिव रहे रमेश तिवारी और राजनीतिक विश्लेषक सुनील तिवारी ने बताया कि यह आयोजन 19 जनवरी रविवार को 11 बजे से अमहिया रीवा मे आयोजित किया जा रहा है ,जिसमे विंध्य क्षेत्र के तमाम दिग्गज नेताओं के शिरकत करने की संभावना है।
गौरतलब है की श्रीनिवास तिवारी समाज वादियों के गढ़ रहे विंध्य क्षेत्र मे 1952 के पहले आम चुनाव मे विधान सभा के लिये चुने गये देश के सबसे कम उम्र के विधायक थे।
उन्होने जमीदारी उन्मूलन पर विधानसभा मे अनवरत सात घंटे भाषण देकर देश भर मे ख्याति अर्जित की थी।बाद मे इन्दिरा गाँधी के आहवान पर 1971 मे कांग्रेस पार्टी मे शामिल हो गये थे।कुशाग्र बुद्धि और अपनी सूझबूझ के बल पर उन्होने अलग तरह की राजनैतिक शैली विकसित की। वे जनता के लिये जितने सहज सरल थे,प्रशासनिक अधिकारियों के लिये उतने ही कड़क जिससे बड़े से बड़े अधिकारी भी उनसे थर्राते थे।उन्होने स्वास्थ मंत्री ,विधान सभा उपाध्यक्ष और विधानसभा अध्यक्ष आदि पदों को सुशोभित किया।उनका विधानसभा अध्यक्ष का कार्यकाल अलग कार्यशैली के लिये जाना जायेगा।उन्होने विंध्य के लोगो के लिये संजय गाँधी अस्पताल की अदभुत सौगात दी।
श्रीनिवास तिवारी सत्ता से बाहर रह कर भी अपनी कड़क आवाज और कानून की गहरी जानकारी के चलते अधिकारियों मे अपना खौफ रखते थे और जनता के कामों के लिये सदैव सजग और प्रयत्न शील रहते थे।
वे अपने जीवन की आखिरी सांस तक जनता जनार्दन की सेवा मे लगे रहे जिस कारण विंध्य के लोग उन्हे दादा के नाम से सम्बोधित करते थे।छोटे से लेकर बड़े कार्यकर्ता से वे व्यक्तिगत सम्पर्क रखते थे। उनकी मृत्यु के बाद उनकी अन्तिम यात्रा मे उमड़े लाखो लोगों के जन सैलाब ने देश मे एक कीर्तिमान स्थापित किया था।