दीप शंकर मिश्र"दीप"*
दोस्तों हम सब यह जानते ही है कि गणतंत्र दिवस व स्वतंत्रता दिवस भरत जी के आजाद भारत देश के राष्ट्रीय पर्व है । मतलब सरकार द्वारा ये त्यौहार मनाया जाता है । लाल किले की प्राचीर से लेकर देश के समस्त सरकारी अर्ध सरकारी भवनों उद्योगपतियों के कार्यालयों पर अपने देश की हम सबकी आन बान शान और जान राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है । *परन्तु खेद*👉 धूम धाम से अरबों रुपये खर्च करके मनाया जाने वाला आजद भारत का महत्वपूर्ण यह त्योहार देश में हर घर क्यों नही मनाया जाता इस सम्बंध में हमारे पूज्य पिता जिन्होंने आजादी की लड़ाई में भी अपनी भागीदारी की भगवती प्रसाद मिश्र जो आज हम सबके बीच नही है । उनकी लिखी एक कविता की चन्द लाइनें जो मुझे आज भी याद है । *होली दीवाली बकरीद ईद पर्व बैसाखी । भाई के पावन रिस्ते पर हर बहने बांधे राखी ।*
*क्या कारण त्योहार ये लग रहा सरकारी, जिसे मनाने को शासन करता आया तैयारी । सत्ता शासन के नेता,कुछ ऐसी नीति बनायें । हर घर में फहराया तिरंगा , सब जन खुशी मनाये।*
दोस्तों अपने पूज्य पिता की पूरी कविता मुझे नही याद परन्तु जब भी 26 जनवरी 15 अगस्त या होली,दिवाली,ईद जैसा कोई त्यौहार आता है तो मुझे उक्त चन्द लाइने याद आ जाती है ।वास्तव में देश की गरीब जनता से दूर यह पर्व लोगों को तब याद आता जब स्कूल के बच्चों द्वारा प्रभात फेरी में देश की आजादी से लड़ने वाले वीर शहीदों के जिन्दाबाद और भारत माता की जय के नारे से गांव के गली मोहल्ले गुंजायमान मान होते है । परन्तु अंग्रेजी हुकूमत के बाद से आजाद भारत का अति महत्वपूर्ण यह राष्ट्रीय त्योहार राष्ट्रीय पर्व न जाने क्यों देश की आम जनता गरीब जनता की पहुँच से दूर है । होली दिवाली बकरीद इत्यादि त्योहारों पर देश का गरीब से गरीब व्यक्ति पूजा पाठ के अतिरिक्त अपने घर पूड़ी पकवान बनाता है और बच्चों के साथ खुशी का माहौल बना कर खाता है । सरकारें भी इस प्रकार के त्योहारों पर अपने सरकारी कर्मचारियों को बोनस इत्यादि का तोहफा और गरीबों को समय रहते राशनकार्ड से राशन दिलवाकर अपना फर्ज पूरा करने का प्रयास करती है । परन्तु आजादी के बाद से मनाये जाने वाले राष्ट्रीय पर्वों पर सरकार को राष्ट्रीय पर्व रूपी त्योहार को घर घर मनाये जाने हर घर तिरंगा फहराये जाने के लिये लोगों जागरूकता लानी चाहिये, जो अभी तक देश या प्रदेश को किसी भी सरकार ने नहीं किया। *गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस मात्र सरकारी पर्व या त्योहार नही यह अपने को भारतीय मानने वाले हिन्दू,मुस्लिम, सिक्ख और ईसाई सबका त्योहार है सबका पर्व है । इस प्रकार के राष्ट्रीय पर्व को सभी धर्म और समाज के लोगों द्वारा घर घर मनाने से हर घर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने से देश के अन्दर आपसी सौहार्द का वाता वरण उत्तपन्न होगा ।* परन्तु इसे सफल बनाने के लिये देश के राजनेताओ को आगे चलना होगा । जैसे चुनाव के दौरान हम अपनी अपनी पसन्द की राजनैतिक पार्टियों के झण्डे गांव गाँव और हर घर जाकर अपनी ही पार्टी को देश की सबसे अच्छी पार्टी आपकी लिये सबसे अच्छी पार्टी बताकर झण्डा लगवाकर पार्टी के नेताओं को प्रसन्न करते है । वैसे ही जब 26 जनवरी 15 अगस्त को देश के हर घर में तिरंगा फहराने के लिये भारत देश की सत्ताधारी या गैर सत्ताधारी नेताओं को आगे आना होगा । जब हम सबके द्वारा भारत देश के इस पवित्र और राष्ट्रीय पर्व पर गाँव गाँव के हर घर तिरंगा फहराया जायेगा तभी हमारे शहीदों को आत्मा को शांति प्राप्त होगी । जय हिन्द - जय भारत