रिश्तेदारी की खुमारी में एक फोन कॉल ने छीन ली चपरासी की नौकरी


हरीश सिंह चीफ ब्यूरो क्राइम सच

सन्त कबीर नगर - भारतीय स्टेट बैंक शाखा जिवधरा मे संविदा पर चपरासी की नौकरी कर रहे मृत्युंजय सिंह को सहायक महाप्रबंधक संदीप सिंह गोरखपुर ने अपने एक रिश्तेदार के एक फोन काल पर शाखा मैनेजर को फोन करके नौकरी से निकलवा दिया । जबकि जो आरोप लगाकर निकलवाया गया है उसे दर्जनो खाताधारको की माने तो मृत्युंजय सिंह शराब पीकर कभी ड्यूटी करता ही नही था । जिस रिश्तेदार के एक फोन काल पर सहायक महाप्रबंधक ने नौकरी से निकलवाया है उसके पीछे की वजह भ्रष्टाचार की वह संलिप्तता है जिसे मृत्युंजय सिंह ने जान लिया था ।
बता दे कि शिकायत कर्ता रजनीश सिंह सहायक महा प्रबंधक का रिश्तेदार है एवं उन्ही की मदद से ग्राहक सेवा केन्द्र चलाता है जो बैंक शाखा से एकदम सटा हुआ है भ्रष्टाचार का राज का पर्दाफाश न हो इसके लिए मृत्युंजय सिंह के ऊपर शराब पीकर ड्यूटी करने का झूठा आरोप लगाकर रिश्तेदारी का फायदा उठाते हुए सहायक महाप्रबंधक संदीप सिंह को फोन द्वारा बतौर नौकरी से निकालने की शिकायत / पैरवी किया । जिसे बतौर सबूत गंभीरता पूर्वक लेते हुए बैंक शाखा मैनेजर को शराब पीकर ड्यूटी करने का फोन काल का हवाला देते हुए बतौर आदेश फोन द्वारा ईमानदारी पूर्वक ड्यूटी कर रहे चपरासी मृत्युंजय सिंह को नौकरी से निकलवा दिया ।