किशनगढ़। आत्मरक्षा के तरीके हर व्यक्ति को आने चाहिए। महिलाएं भी अपने को खतरे में पाकर आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग कर सकती हैं। यह बात अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मोहनलाल ढाका ने कही। ढाका जाट विश्राम स्थली सुरसुरा में संचालित 10 दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर के चतुर्थ दिवस संभागीयों के बीच बोल रहे थे। ढाका ने यह भी बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 96 से लेकर 106 में हमें आत्मरक्षा का अधिकार दिया है, इसलिए हर व्यक्ति को अपने इस अधिकार के प्रति जागरूक होना चाहिए।मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय समग्र शिक्षा अभियान किशनगढ़ के तत्वावधान में 10 दिवसीय गैर आवासीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर सुरसुरा स्थित जाट विश्राम स्थली में आयोजित किया जा रहा है। प्रशिक्षण के चतुर्थ दिवस दक्ष प्रशिक्षकों द्वारा संभागीयों को आत्मरक्षा के विविध टिप्स सिखाए गए। कार्यक्रम प्रभारी एवं संदर्भ व्यक्ति ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि 10 दिवसीय गैर आवासीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में कुल 143 संभागी भाग ले रहे हैं। जिनमें मुख्य रूप से महिला एवं पुरुष पीटीआई शामिल है। दक्ष प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षण में शामिल संभागीयों को महिला एवं बाल अधिकार नियमों की भी जानकारी प्रदान की। जबकि प्रभारी ओम प्रकाश शर्मा ने उपस्थित संभागीयों के समक्ष आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। शिविर में पूर्व दिवस के प्रशिक्षण के अभ्यास के अलावा व्यायाम और योगा भी सिखाए गए। ब्लाक के समस्त प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय की कक्षा 6 से 12 की बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने हेतु आत्मरक्षा प्रशिक्षण का आयोजन विद्यालय स्तर पर के आर पी तैयार करने हेतु किया जा रहा है। आत्मरक्षा प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं में आत्मविश्वास पैदा करना है। ताकि वह आने वाले खतरों से स्वयं की रक्षा कर सकें। प्रशिक्षण में दक्ष प्रशिक्षक के रूप में भावना कंवर, अर्चना मीणा, करुणा मीणा, मीनाक्षी वर्मा एवं अंजू बलौदा द्वारा 143 संभागीयों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जा रही हैं। जिसका मूल उद्देश्य आगे चलकर अपने स्कूलों में बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण प्रदान करना है। इस अवसर पर कार्यक्रम सहयोगी, श्योजी राम जाट भी उपस्थित थे।
हर किसी को आने चाहिए आत्मरक्षा के तरीके -मोहनलाल ढाका
किशनगढ़। आत्मरक्षा के तरीके हर व्यक्ति को आने चाहिए। महिलाएं भी अपने को खतरे में पाकर आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग कर सकती हैं। यह बात अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मोहनलाल ढाका ने कही। ढाका जाट विश्राम स्थली सुरसुरा में संचालित 10 दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर के चतुर्थ दिवस संभागीयों के बीच बोल रहे थे। ढाका ने यह भी बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 96 से लेकर 106 में हमें आत्मरक्षा का अधिकार दिया है, इसलिए हर व्यक्ति को अपने इस अधिकार के प्रति जागरूक होना चाहिए।मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय समग्र शिक्षा अभियान किशनगढ़ के तत्वावधान में 10 दिवसीय गैर आवासीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर सुरसुरा स्थित जाट विश्राम स्थली में आयोजित किया जा रहा है। प्रशिक्षण के चतुर्थ दिवस दक्ष प्रशिक्षकों द्वारा संभागीयों को आत्मरक्षा के विविध टिप्स सिखाए गए। कार्यक्रम प्रभारी एवं संदर्भ व्यक्ति ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि 10 दिवसीय गैर आवासीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में कुल 143 संभागी भाग ले रहे हैं। जिनमें मुख्य रूप से महिला एवं पुरुष पीटीआई शामिल है। दक्ष प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षण में शामिल संभागीयों को महिला एवं बाल अधिकार नियमों की भी जानकारी प्रदान की। जबकि प्रभारी ओम प्रकाश शर्मा ने उपस्थित संभागीयों के समक्ष आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। शिविर में पूर्व दिवस के प्रशिक्षण के अभ्यास के अलावा व्यायाम और योगा भी सिखाए गए। ब्लाक के समस्त प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय की कक्षा 6 से 12 की बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने हेतु आत्मरक्षा प्रशिक्षण का आयोजन विद्यालय स्तर पर के आर पी तैयार करने हेतु किया जा रहा है। आत्मरक्षा प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं में आत्मविश्वास पैदा करना है। ताकि वह आने वाले खतरों से स्वयं की रक्षा कर सकें। प्रशिक्षण में दक्ष प्रशिक्षक के रूप में भावना कंवर, अर्चना मीणा, करुणा मीणा, मीनाक्षी वर्मा एवं अंजू बलौदा द्वारा 143 संभागीयों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जा रही हैं। जिसका मूल उद्देश्य आगे चलकर अपने स्कूलों में बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण प्रदान करना है। इस अवसर पर कार्यक्रम सहयोगी, श्योजी राम जाट भी उपस्थित थे।