*पंकज पाराशर छतरपुर*
विधानसभा चुनाव हुए एक साल हो गया । कई निर्वाचित जनप्रतिनिधियो के भाग्य में विवाद और अपयश के दाग ज्यादा रहे और सफलता कम । कुछ के गलत निर्णयो का विरोध तो मुखर होकर उनके ही लोग करते नजर आए और उनके आवास के बाहर मुर्दाबाद के नारे तक लग गये । प्रशासनिक कसावट में असफल सत्ताधीश जनता की सुनवाई और उसको न्याय दिलाने की दिशा में फेल दिखे।
इस सब के विपरीत छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी (पज्जन भैया) सर्वाधिक सफल नजर आये और सतत जनसम्पर्क से जन समस्याओ के समाधान की दिशा मे जागरूक रहे । क्षेत्रीय जनता का भरपूर प्यार और समर्थन उनकी झोली में यथावत है । यहाँ तक कि उनका ग्राफ और बढ़ा है। असफल कार्यों के कारोबार से वह दूर रहे, जबकि अन्य बदनाम हो गये ।
मध्य प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री कमलनाथ और विधानसभा में जन सरोकार की आवाज को बुलंद करने में आलोक चतुर्वेदी (पज्जन भैया) कामयाब रहे । उनके मानस पटल में क्षेत्रीय विकास की स्पष्ट रूप रेखा दिखी और उसके प्रति समर्पण का भाव भी दिखा। प्रशासन से लोकहित में कैसे काम कराया जाता है ? वैसी कुशलता भी उनके व्यवहार मे समाहित रही, जबकि अन्य समर्थकों का विवाद तक नहीं सुलझा पाये ।
जनमूल्यांकन में जिले के सभी विधायको की अपेक्षा सर्वाधिक सफल रहे आलोक चतुर्वेदी (पज्जन भैया) और जनता को उनसे कोई शिकायत भी नहीं दिखी और ऊपर से उनके प्रति जनता का समर्थन तथा प्यार और बढ़ा नजर आया । बधाई हो आलोक चतुर्वेदी सफल जनप्रतिनिधित्व की । जनता की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं l