भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के तत्वावधान में जनपद बदायूं को देश का प्रथम भ्रष्टाचार मुक्त जनपद बनाने की मांग को लेकर सुचना का अधिकार अधिनियम 2005 व उत्तर प्रदेश सूचना का अधिकार नियमावली 2015, जनहित गारंटी कानून,नियम 24 को प्रभावी बनाने, धर्म स्थलों,शिक्षण संस्थाओं, चिकित्सालयों व सार्वजनिक स्थानों के निकट मांस मछली का अवैध कारोबार बंद करने, जनपद के भ्रष्टतम विभागों - सहकारिता, चिकित्सा,ग्राम विकास/पंचायत राज विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोकने की मांग को लेकर बदायूं जनपद के प्रत्येक ब्लाक मुख्यालय पर राष्ट्र राग " रघुपति राघव राजाराम ......" का कीर्तन किया गया तथा खन्ड विकास अधिकारियों के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित छ: सूत्रीय ज्ञापन प्रेषित किया गया।
साथ ही देश की एकता व अखंडता बनाए रखने हेतु शान्ति बनाए रखने के लिए प्रार्थना भी की गई।
विकास खंड समरेर पर सह जिला समन्वयक अखिलेश सिंह, दातागंज पर सह तहसील समन्वयक नारद सिंह,म्याऊ पर ब्लाक समन्वयक अरविंद कुमार, उसावां पर तहसील समन्वयक असद अहमद,कादरचौक पर ब्लाक समन्वयक सुमित कुमार,जगत पर ब्लाक समन्वयक महेश चंद्र, सालारपुर पर प्रमुख सहयोगी रामरतन पटेल, उझानी पर तहसील समन्वयक राम-लखन,अम्बियापुर पर सह तहसील समन्वयक अखिलेश सोलंकी, वजीरगंज पर प्रमुख सहयोगी वेदपाल सिंह, बिसौली पर तहसील समन्वयक सी एल वर्मा एडवोकेट, आसफपुर पर मंडल समन्वयक शमसुल हसन, इस्लामनगर पर ब्लाक समन्वयक विपिन कुमार सिंह, सहसवान पर सह तहसील समन्वयक आर्येन्द्र पाल सिंह तथा दहगवा पर तहसील समन्वयक अभय माहेश्वरी के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित किए गए।
अभियान के मुख्य प्रवर्तक हरि प्रताप सिंह राठोड़ ब्लाक सालारपुर पर उपस्थित रहे, जिला समन्वयक रामगोपाल उझानी ब्लाक पर उपस्थित रहे।
अधिकांश ब्लाक कार्यालयों पर प्रात: दस बजे कार्मिक उपस्थित नहीं थे जबकि जनता की समस्याये सुनने का समय सुबह नौ बजे का है। सहसवान ब्लाक में सूचना पर उपजिलाधिकारी द्वारा कार्यालय पहुंचकर कार्मिकों की अनुपस्थिति अन्कित की गई।
इस अवसर पर मांग की गई कि जनपद में रिश्वतखोरी, कमीशनखोरी, मिलावटखोरी व डग्गामारी रोकी जाए, सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 एवं उत्तर प्रदेश सूचना का अधिकार नियमावली 2015 तथा जनहित गारंटी कानून को प्रभावी बनाया जावे।नियम 24 का पालन कराकर सभी राजकीय कार्मिकों का चल अचल परिसम्पतियो का विवरण सार्वजनिक किया जावे। मांस मछली के अवैध कारोबार को बन्द कराकर शिक्षण संस्थाओं, चिकित्सालयों, सार्वजनिक भवनों व धर्म स्थलों के निकट मांस मछली के विक्रय पर रोक लगे।
चिकित्सा, सहकारिता व ग्राम विकास/पंचायत राज विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोका जावे तथा इन विभागों में लम्बे समय से कार्यरत कार्मिकों को स्थानांतरित किया जावे साथ ही इन विभागों में कार्यरत कार्मिकों द्वारा अर्जित की गई परिसम्पतियों की जांच कराई जाए।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डाल भगवान सिंह, सतेन्द्र सिंह, मोहित कुमार, सत्यवीर, टीकम सिंह, योगेन्द्र, सुरजेश, आकाश तोमर,भानु सिंह, राहुल गिरि, उदयभान सिंह,रवि कुमार, राजाबाबू, धर्मेंद्र, अशोक, मुकेश,राम प्रताप सिंह, विजय वीर सिंह,आर्येन्द्र पाल सिंह,कृष्ण गोपाल, वीरेन्द्र, सूर्य प्रताप सिंह, श्रीराम,रमन, अनिल प्रताप सिंह,जय किशन लाल शर्मा, धीरेन्द्र पाल,अली हसन,एम एच कादरी, अवधेश कुमार शर्मा,मुनील कुमार, अमीरुद्दीन, धर्मवीर, अवधेश यादव, सुभाष,देवेश शन्खधार,प्रदीप कुमार, अशोक कुमार,जीशान सिद्दीकी, योगेश गुप्ता, राजीव यादव, राहुल,सुभाष चन्द्र,सचिन,भगवान दास ,रामाकान्त शर्मा,वीरपाल,तेजपाल,प्रेम सिंह,सतीश शर्मा,अखिलेश कुमार,मुकेश सिंह,धनपत सिंह,इरफान,शिशुपाल,वीरपाल,धनवीर सिंह,ग्यानेन्द्र सिंह,सन्जीव सिंह आदि उपस्थित रहे।