चंद्रशेखर शर्मा। किशनगढ़ ( राजस्थान)मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय समग्र शिक्षा अभियान किशनगढ़ के तत्वावधान में ब्लॉक स्तरीय 10 दिवसीय गैर आवासीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर जाट विश्राम स्थली सुरसुरा में आयोजित किया जा रहा है। शनिवार को शिविर के अष्टम दिवस शिविर प्रभारी एवं सुरसुरा प्रधानाचार्य किरण बारहठ ने आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का अवलोकन किया। संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए बारहठ ने अपने उद्बोधन में कहा कि आत्मरक्षा से अभिप्राय खुद की रक्षा करने से है ,आत्मरक्षा करते समय व्यक्ति सामने वाले व्यक्ति को पीट भी सकता है या फिर किसी की जान भी ले सकता है। लेकिन यदि हमारे पास सबूत है, कि यह सब आत्मरक्षा के दौरान हुआ है तो वह दंडनीय नहीं है। शिविर सहयोगी श्योजी राम जाट ने भी उपस्थित संभागीयों को बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 96 से लेकर 106 ने हमें आत्मरक्षा व सुरक्षा का अधिकार दिया है, इसलिए इस अधिकार की जानकारी सभी को होना अत्यंत आवश्यक है, उन्होंने यह भी बताया कि आत्मरक्षा का अधिकार स्थान(जगह) एवं परिस्थिति पर निर्भर करता है। इस अवसर पर शिविर सह प्रभारी एवं संदर्भ व्यक्ति प्रेमचंद शर्मा ने भी संभागीयों को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के उद्देश्यों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी(पोक्सो एक्ट, बाल अधिकार अधिनियम, महिला सशक्तिकरण, गुड टच- बेड टच आदि) प्रदान की । संदर्भ व्यक्ति चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में पांच दक्ष प्रशिक्षक तथा 143 प्रशिक्षणार्थी हिस्सा ले रहे हैं। अष्टम दिवस शनिवार को आत्मरक्षा शिविर में योग प्रशिक्षक कानाराम जाट ( व. अध्यापक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय त्योद ) ने संभागीयों को योगासन एवं प्राणायाम की विभिन्न विधाओं से अवगत कराया। साथ ही आलोक शर्मा एवं गीता जड़िया ने प्रथम सत्र में हल्का योग व्यायाम तथा पूर्व दिनों में दिए गए प्रशिक्षण का पूर्वाभ्यास करवाया तथा द्वितीय सत्र में नारी शक्ति को समर्पित प्रेरक प्रसंगों की भी जानकारी प्रदान की। तृतीय सत्र में दोनों ग्रुपों में आत्मरक्षा एवं नारी शक्ति विषय पर आधारित चित्रकला (पोस्टर) गतिविधि भी आयोजित की गई। गौरतलब है कि, आत्मरक्षा प्रशिक्षण मुख्यमंत्री बजट घोषणा में शामिल किया गया है। इसलिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविरों की राज्य व जिला स्तर से नित्य प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जा रही है। प्रशिक्षण में शनिवार को दक्ष प्रशिक्षक भावना तंवर, अर्चना मीणा, करुणा मीणा, मीनाक्षी वर्मा एवं अंजू बलौदा ने 143 संभागीयों को आत्मरक्षा( सेल्फ डिफेंस) के अनेकानेक करतब(गुर) सिखाए। इस अवसर पर कंट्रोल रूम प्रभारी के रूप में आलोक शर्मा, सतीश कुमार शर्मा, सुरेश कुमार वैष्णव व ईश्वरलाल मालाकार आदि भी उपस्थित थे।
आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का प्रभारी किरण बारहट ने किया अवलोकन
चंद्रशेखर शर्मा। किशनगढ़ ( राजस्थान)मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय समग्र शिक्षा अभियान किशनगढ़ के तत्वावधान में ब्लॉक स्तरीय 10 दिवसीय गैर आवासीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर जाट विश्राम स्थली सुरसुरा में आयोजित किया जा रहा है। शनिवार को शिविर के अष्टम दिवस शिविर प्रभारी एवं सुरसुरा प्रधानाचार्य किरण बारहठ ने आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का अवलोकन किया। संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए बारहठ ने अपने उद्बोधन में कहा कि आत्मरक्षा से अभिप्राय खुद की रक्षा करने से है ,आत्मरक्षा करते समय व्यक्ति सामने वाले व्यक्ति को पीट भी सकता है या फिर किसी की जान भी ले सकता है। लेकिन यदि हमारे पास सबूत है, कि यह सब आत्मरक्षा के दौरान हुआ है तो वह दंडनीय नहीं है। शिविर सहयोगी श्योजी राम जाट ने भी उपस्थित संभागीयों को बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 96 से लेकर 106 ने हमें आत्मरक्षा व सुरक्षा का अधिकार दिया है, इसलिए इस अधिकार की जानकारी सभी को होना अत्यंत आवश्यक है, उन्होंने यह भी बताया कि आत्मरक्षा का अधिकार स्थान(जगह) एवं परिस्थिति पर निर्भर करता है। इस अवसर पर शिविर सह प्रभारी एवं संदर्भ व्यक्ति प्रेमचंद शर्मा ने भी संभागीयों को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के उद्देश्यों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी(पोक्सो एक्ट, बाल अधिकार अधिनियम, महिला सशक्तिकरण, गुड टच- बेड टच आदि) प्रदान की । संदर्भ व्यक्ति चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में पांच दक्ष प्रशिक्षक तथा 143 प्रशिक्षणार्थी हिस्सा ले रहे हैं। अष्टम दिवस शनिवार को आत्मरक्षा शिविर में योग प्रशिक्षक कानाराम जाट ( व. अध्यापक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय त्योद ) ने संभागीयों को योगासन एवं प्राणायाम की विभिन्न विधाओं से अवगत कराया। साथ ही आलोक शर्मा एवं गीता जड़िया ने प्रथम सत्र में हल्का योग व्यायाम तथा पूर्व दिनों में दिए गए प्रशिक्षण का पूर्वाभ्यास करवाया तथा द्वितीय सत्र में नारी शक्ति को समर्पित प्रेरक प्रसंगों की भी जानकारी प्रदान की। तृतीय सत्र में दोनों ग्रुपों में आत्मरक्षा एवं नारी शक्ति विषय पर आधारित चित्रकला (पोस्टर) गतिविधि भी आयोजित की गई। गौरतलब है कि, आत्मरक्षा प्रशिक्षण मुख्यमंत्री बजट घोषणा में शामिल किया गया है। इसलिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविरों की राज्य व जिला स्तर से नित्य प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जा रही है। प्रशिक्षण में शनिवार को दक्ष प्रशिक्षक भावना तंवर, अर्चना मीणा, करुणा मीणा, मीनाक्षी वर्मा एवं अंजू बलौदा ने 143 संभागीयों को आत्मरक्षा( सेल्फ डिफेंस) के अनेकानेक करतब(गुर) सिखाए। इस अवसर पर कंट्रोल रूम प्रभारी के रूप में आलोक शर्मा, सतीश कुमार शर्मा, सुरेश कुमार वैष्णव व ईश्वरलाल मालाकार आदि भी उपस्थित थे।