राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में चौथ माता मंदिर पर सात दिवसीय मेला 12 जनवरी से 18 जनवरी के बीच



सवाई माधोपुर।( रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा ) जिले के चौथ का बरवाड़ा उपखंड मुख्यालय पर  हर वर्ष की भांति इस साल भी चौथ माता मंदिर पर सात दिवसीय लक्खी मेला 12 जनवरी से 18 जनवरी के बीच आयोजित किया जाएगा। ऐसे में मेले को लेकर लगातार कस्बे में बैठकों का दौर जारी है। चौथ माता मेले को लेकर सभी विभाग अपने - अपने स्तर पर तैयारीयों में जुटे हुए हैं। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष माघ माह में सात दिवसीय लक्खी मेला चौथ माता मंदिर परिसर में लगता है, जिसमें आस-पास से ही नहीं, बल्कि  दूरदराज से भी लाखों की संख्या में भक्तगण आते हैं। विगत दिवस मेले की तैयारियों को लेकर चौथ माता ट्रस्ट द्वारा संचालित धर्मशाला में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में एसडीएम रतनलाल अटल ने मेले की तैयारियों को लेकर सभी ब्लॉक अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की, तथा समय पर समस्त कार्रवाई पूरी करने के  दिशा निर्देश भी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रदान किए । इस अवसर पर एसडीएम ने सभी विभागों के कर्मचारियों व चौथ माता ट्रस्ट को भक्तों की सुविधा तथा सुरक्षा पर  फोकस रखने की बात कही। वहीं चौथ माता ट्रस्ट तथा ग्राम पंचायत ने भी मेले के अवसर पर अपनी तैयारियों के बारे में  अवगत कराया।  इसी के चलते एसडीएम रतनलाल अटल ने ब्लॉक लेवल के अधिकारी की बैठक बुलाई। इसमें विद्युत, पानी ,चिकित्सा, ग्राम पंचायत, सार्वजनिक निर्माण विभाग के कर्मचारी और अधिकारीओं ने भाग लिया । बैठक में मुख्य रूप से एसडीएम ने मेला आयोजन के दौरान समुचित बिजली की आपूर्ति तथा पानी की व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश प्रदान किए। इसी प्रकार मेले में जुटने वाली भारी भीड़ को देखते हुए कानून व्यवस्था की भी समीक्षा की गई तथा भीड़ वाले स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए भी आपसी विचार विमर्श किया गया। चौथ माता ट्रस्ट की ओर से ट्रस्ट द्वारा संचालित धर्मशाला में अतिरिक्त व्यवस्था करने की बात भी बैठक में कही गई कार्यक्रम की श्रंखला में 14 जनवरी को मुख्य बाजार में विराट कवि सम्मेलन को लेकर भी विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। साथ ही ग्राम पंचायत में भी 13 जनवरी को होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया। बैठक में रोशनी, विद्युत, भक्तों की सुरक्षा- सुविधाओं को लेकर भी  निर्णय लिए गए तथा जिम्मेदारियां संबंधित लोगों को सौंपी गई। इस बारे में पत्र भेजने के साथ ही प्रशासन के अलावा चौथ माता मंदिर द्वारा भी अपने स्तर पर  कर्मचारी रखने का निर्णय लिया गया ।