किशनगढ़। रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा) मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय समग्र शिक्षा अभियान किशनगढ़ के तत्वावधान में जाट विश्राम स्थली सुरसुरा में आयोज्य 10 दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर सोमवार को विधिवत संपन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि तेजा विकास समिति सुरसुरा के अध्यक्ष तेजाराम जाजड़ा थे। जबकि समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एवं ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी मोहनलाल ढाका ने की। विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिविर प्रभारी एवं सुरसुरा प्रधानाचार्य किरण बारहट भी उपस्थित थी। मुख्य अतिथि के रुप में प्रशिक्षणार्थियों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए जाजड़ा ने कहा कि यह सरसुरा का सौभाग्य है, कि वीर तेजाजी धाम में शिक्षा विभाग ने निष्ठा एवं आत्मरक्षा जैसे प्रशिक्षण लगाकर तकरीबन 1000 शिक्षक- शिक्षिकाओं को पूरे 1 महीने तेजाजी महाराज के पावन सानिध्य में प्रशिक्षण प्राप्त करने का मौका प्रदान किया। जिससे हमारे सुरसुरा क्षेत्र का जिले में ही नहीं वरन् राजस्थान राज्य के कोने कोने में नाम पहुंचा। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं पुरुषों से कहीं कमतर नहीं है, महिलाओं को सामाजिक बुराइयों और अत्याचारों के विरुद्ध लड़ाई में हमेशा तत्पर रहना होगा।एसीबीईओ ढाका ने भी अपने उद्बोधन में कहा, कि आत्मरक्षा के लिए अपने आप में आत्मविश्वास का होना अत्यंत जरूरी है। महज आत्मरक्षा के गुर सीख लेना ही कोई उपलब्धि नहीं होगी। जब तक की हम उसका समय और परिस्थिति के हिसाब से सही ढंग से इस्तेमाल ना करें । मुझे आशा ही नहीं अपितु विश्वास है कि, यह आत्मरक्षा प्रशिक्षण आगे चलकर विद्यालय में अध्ययनरत बालिकाओं के लिए अवश्य ही वरदान साबित होगा। शिविर प्रभारी एवं प्रधानाचार्य किरण बारहठ ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि आत्म सम्मान के लिए जरूरी है, कि महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर(तरीके) अवश्य ही आने चाहिए। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए ही यह प्रशिक्षण आयोजित किया गया है । शिविर सहयोगी श्योजी राम जाट, संदर्भ व्यक्ति चंद्रशेखर शर्मा, अशोक यादव आदि ने भी संभागीयों को संबोधित किया ।इस अवसर पर कई संभागीयों ने भी 10 दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान सीखी गई विधवाओं एवं नवाचारों को लेकर अपने-अपने विचार व अनुभव व्यक्त किए ।संदर्भ व्यक्ति चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि 10 दिवसीय शिविर में कुल 143 प्रशिक्षणार्थियों ने पूर्ण मनोयोग से भाग लिया। प्रशिक्षण में 10 दिनों तक योग गुरु कानाराम चौधरी द्वारा योगा एवं प्राणायाम की तथा आलोक शर्मा एवं गीता जडिया द्वारा संयुक्त रूप से विभिन्न व्यायामों( एक्सरसाइज) की शिक्षा प्रदान की गई। इसके अलावा प्रशिक्षण के बीच- बीच में मुख्य वक्ताओं द्वारा महिला एवं बाल अधिकारों, पोक्सो एक्ट, महिला सशक्तिकरण, महिला सुरक्षा आदि विषयों से संबंधित मुद्दों पर भी प्रकाश डाला जाता रहा। शिविर सह प्रभारी प्रेमचंद शर्मा के अनुसार आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में भावना कंवर, अंजू बलौदा, अर्चना मीणा, मीनाक्षी वर्मा एवं करुणा मीणा आदि द्वारा दक्ष प्रशिक्षक के रूप में संभागीयों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी गई । समापन समारोह के अवसर पर संदर्भ व्यक्ति राजेंद्र कुमार कुम्हार,अशोक यादव, पवन कुमार शर्मा, कंट्रोल रूम प्रभारी सुरेश कुमार वैष्णव, आलोक शर्मा, सिया राम चौधरी ,ईश्वरलाल मालाकार आदि भी उपस्थित थे। जिन्होंने संपूर्ण शिविर में अपनी सराहनीय सेवाएं देकर महत्ती सहयोग प्रदान किया।
राजस्थान: 10 दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर संपन्न
किशनगढ़। रिपोर्ट चंद्रशेखर शर्मा) मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय समग्र शिक्षा अभियान किशनगढ़ के तत्वावधान में जाट विश्राम स्थली सुरसुरा में आयोज्य 10 दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर सोमवार को विधिवत संपन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि तेजा विकास समिति सुरसुरा के अध्यक्ष तेजाराम जाजड़ा थे। जबकि समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एवं ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी मोहनलाल ढाका ने की। विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिविर प्रभारी एवं सुरसुरा प्रधानाचार्य किरण बारहट भी उपस्थित थी। मुख्य अतिथि के रुप में प्रशिक्षणार्थियों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए जाजड़ा ने कहा कि यह सरसुरा का सौभाग्य है, कि वीर तेजाजी धाम में शिक्षा विभाग ने निष्ठा एवं आत्मरक्षा जैसे प्रशिक्षण लगाकर तकरीबन 1000 शिक्षक- शिक्षिकाओं को पूरे 1 महीने तेजाजी महाराज के पावन सानिध्य में प्रशिक्षण प्राप्त करने का मौका प्रदान किया। जिससे हमारे सुरसुरा क्षेत्र का जिले में ही नहीं वरन् राजस्थान राज्य के कोने कोने में नाम पहुंचा। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं पुरुषों से कहीं कमतर नहीं है, महिलाओं को सामाजिक बुराइयों और अत्याचारों के विरुद्ध लड़ाई में हमेशा तत्पर रहना होगा।एसीबीईओ ढाका ने भी अपने उद्बोधन में कहा, कि आत्मरक्षा के लिए अपने आप में आत्मविश्वास का होना अत्यंत जरूरी है। महज आत्मरक्षा के गुर सीख लेना ही कोई उपलब्धि नहीं होगी। जब तक की हम उसका समय और परिस्थिति के हिसाब से सही ढंग से इस्तेमाल ना करें । मुझे आशा ही नहीं अपितु विश्वास है कि, यह आत्मरक्षा प्रशिक्षण आगे चलकर विद्यालय में अध्ययनरत बालिकाओं के लिए अवश्य ही वरदान साबित होगा। शिविर प्रभारी एवं प्रधानाचार्य किरण बारहठ ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि आत्म सम्मान के लिए जरूरी है, कि महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर(तरीके) अवश्य ही आने चाहिए। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए ही यह प्रशिक्षण आयोजित किया गया है । शिविर सहयोगी श्योजी राम जाट, संदर्भ व्यक्ति चंद्रशेखर शर्मा, अशोक यादव आदि ने भी संभागीयों को संबोधित किया ।इस अवसर पर कई संभागीयों ने भी 10 दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान सीखी गई विधवाओं एवं नवाचारों को लेकर अपने-अपने विचार व अनुभव व्यक्त किए ।संदर्भ व्यक्ति चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि 10 दिवसीय शिविर में कुल 143 प्रशिक्षणार्थियों ने पूर्ण मनोयोग से भाग लिया। प्रशिक्षण में 10 दिनों तक योग गुरु कानाराम चौधरी द्वारा योगा एवं प्राणायाम की तथा आलोक शर्मा एवं गीता जडिया द्वारा संयुक्त रूप से विभिन्न व्यायामों( एक्सरसाइज) की शिक्षा प्रदान की गई। इसके अलावा प्रशिक्षण के बीच- बीच में मुख्य वक्ताओं द्वारा महिला एवं बाल अधिकारों, पोक्सो एक्ट, महिला सशक्तिकरण, महिला सुरक्षा आदि विषयों से संबंधित मुद्दों पर भी प्रकाश डाला जाता रहा। शिविर सह प्रभारी प्रेमचंद शर्मा के अनुसार आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में भावना कंवर, अंजू बलौदा, अर्चना मीणा, मीनाक्षी वर्मा एवं करुणा मीणा आदि द्वारा दक्ष प्रशिक्षक के रूप में संभागीयों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी गई । समापन समारोह के अवसर पर संदर्भ व्यक्ति राजेंद्र कुमार कुम्हार,अशोक यादव, पवन कुमार शर्मा, कंट्रोल रूम प्रभारी सुरेश कुमार वैष्णव, आलोक शर्मा, सिया राम चौधरी ,ईश्वरलाल मालाकार आदि भी उपस्थित थे। जिन्होंने संपूर्ण शिविर में अपनी सराहनीय सेवाएं देकर महत्ती सहयोग प्रदान किया।