राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने में अपने योगदान की लंबी कड़ी को और आगे बढ़ाते हुए नॉर्दर्न कोल्फ़ील्ड्स लिमिटेड (NCL) ने एक और अभिनव पहल की है। गंदगी के बहुत बड़े कारक प्लास्टिक से समुचित तरीक़े से निबटने के लिए कंपनी ने शनिवार को सिंगरौली ज़िला प्रशासन एवं सिंगरौली नगर निगम के साथ मिलकर प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट से जुड़ी अपनी टीमों के कैपेसिटी बिल्डिंग एवं उन्हें और भी सक्षम बनाने के लिए एक कार्यशाला (वर्कशॉप) का आयोजन किया।
एनसीएल मुख्यालय स्थित अधिकारी मनोरंजन गृह में आयोजित वर्कशॉप में एनसीएल के निदेशक (वित्त एवं कार्मिक) श्री नाग नाथ ठाकुर, सिंगरौली जिले के कलेक्टर श्री के. वी. एस. चौधरी, सिंगरौली नगर निगम कमिश्नर श्री शिवेंद्र सिंह और सिंगरौली ज़िले के असिस्टेंट कलेक्टर श्री ए॰ संघ प्रिय उपस्थित थे।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए सिंगरौली जिले के कलेक्टर श्री के. वी. एस. चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर की हालिया स्वच्छता रैंकिंग में सिंगरौली ने देश भर में 21वां स्थान हासिल किया है, जिसमें एनसीएल ने एक बड़ी एवं महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। सिंगरौली की इस सफलता से संतुष्ट हुए बिना उन्होंने सभी से सिंगरौली को देश के सबसे स्वच्छ शहरों में शुमार करने की दिशा में काम करने का आह्वान करते हुए वाटर कंजरवेशन एवं वाटर रिचार्जिंग पर काम करने पर जोर दिया।
एनसीएल के निदेशक (वित्त एवं कार्मिक) श्री नाग नाथ ठाकुर ने कहा कि सिंगरौली को स्वच्छता के क्षेत्र में राष्ट्रीय पटल पर स्थापित करने में योगदान देकर एनसीएल परिवार गौरवांवित है। साथ ही, उन्होंने टीम एनसीएल से कार्यशाला में सीखे गए गुरों का क्रियान्वयन कर सिंगरौली को देश का सबसे सुंदर शहर बनाने की दिशा में और भी तन्मयता से जुटने की अपील की।
सिंगरौली नगर निगम आयुक्त श्री शिवेंद्र सिंह ने सिंगरौली शहर को स्वच्छ बनाने में एनसीएल के प्रयासों की प्रशंसा की और सिंगरौली को देश के चोटी के 10 सबसे स्वच्छ शहरों में शुमार करने के लिए एनसीएल एवं सिंगरौली नगर निगम द्वारा चलाई जा रही संयुक्त मुहिम को और सार्थक दिशा देने के लिए स्वच्छता से जुड़ी बारीकियों पर काम करने का आह्वान किया।
सिंगरौली नगर निगम और विशेषज्ञों की टीम ने किया मार्गदर्शन
स्वच्छता कार्यों से जुड़ी एनसीएल की टीमों का मार्गदर्शन करते हुए सिंगरौली नगर निगम एवं भोपाल से आई विशेषज्ञों की टीम ने स्वच्छता सर्वेक्षण में शामिल विभिन्न तकनीकी मानकों की जानकारी देते हुए इन मानकों को बेहतर बनाने की दिशा में काम करने के प्रभावी उपाय बताए गए। कचरे के सही निबटान में आम लोगों की सबसे बड़ी भूमिका रेखांकित करते हुए उन्हें कचरा उत्पन्न और संग्रहण होने वाले स्थानों पर ही विभिन्न प्रकार के कचरों में बांटकर इकट्ठा करने के प्रति जागरुक करने की जरुरत पर बल दिया गया, ताकि अलग-अलग प्रकार के कचरे का उनके लिए उपयुक्त तरीक़े से आसानी से निबटान किया जा सके।
कार्यशाला में विभिन्न प्रकार के कचरे के उपयुक्त संग्रहण, परिवहन एवं निबटान पर विस्तृत चर्चा हुई और कचरे से घरेलू एवं अन्य उपयोग की वस्तुएं बनाने और खेती एवं घरेलू उपयोग के लिए जैविक खाद बनाने के उपाय बताए गए। साथ ही, कचरे के समुचित संग्रहण एवं परिवहन के लिए आधुनिक इंफ़ोरमेशन टेक्नॉलजी (सूचना प्रौद्योगिकी) के समावेश के साथ आवश्यक इंफ़्रास्ट्रक्चर के विकास पर भी जोर दिया गया।
एनसीएल के महाप्रबंधक (कार्मिक/कल्याण) श्री चार्ल्स जुस्टर ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी आगंतुकों का स्वागत किया और सिंगरौली शहर को स्वच्छ बनाने में लिए द्वारा दिए जा रहे एनसीएल के योगदान को और भी बड़े स्तर पर भविष्य में देते रहने का आश्वासन दिया। एनसीएल की ओर से स्वच्छता के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की संक्षिप्त प्रस्तुति दी गई। कार्यशाला में एनसीएल के सभी कोयला क्षेत्रों एवं इकाइयों की स्वच्छता से जुड़ी टीमों ने भाग लिया।
गौरतलब है कि एनसीएल में गत 3 सितंबर से 2 अक्टूबर के बीच ‘स्वच्छता ही सेवा’ नाम से विशेष वृहद् अभियान चलाया गया, जिसके तहत एनसीएल परिक्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए आम लोगों को प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करने के प्रति जागरुक करने के साथ-साथ बड़ी मात्रा में प्लास्टिक कचरे के संग्रहण भी किया गया। कार्यशाला के आयोजन से इस संग्रहित प्लास्टिक कचरे और भविष्य में एकत्र किए जाने वाले प्लास्टिक कचरे के आधुनिक तकनीक के प्रयोग से पर्यावरण के अनुकूल समुचित तरीके से निबटान में मदद मिलेगी।