फीस वृद्धि व नई शिक्षा नीति के विरोध में मण्डी हाउस से संसद तक नागरिक मार्च, सीटू के नेतृत्व में मजदूरों ने भी लिया हिस्सा ‘‘गंगेश्वर दत्त शर्मा’’
नई दिल्ली, जेएनयू, आई0आई0टी0, डी0यू0 समेत देश के तमाम विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों,स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थानों में फीस बढ़ोत्तरी, छात्रवृत्रि में कटौती, शिक्षा बजट में कटौती, सेल्फ फायनेन्सिंग एच0ई0एफ0ए0 कर्ज तथा मुनाफा खोरी, शिक्षा व्यवस्था को तहस-नहस व बाजारीकरण करने को खारिज करने की मांग को लेकर छात्रों, शिक्षकों, कर्मचारियों, कलाकारों तथा विभिन्न सामाजिक जन संगठनों, आम नागरिकों ने संयुक्त रूप से नई दिल्ली मण्डी हाउस, से संसद मार्ग तक विशाल नागरिक मार्च आयोजित किया जो संसद भवन पर पहुंचकर धरना प्रदर्शन में बदल गया। जिसे सीताराम येचुरी समेत विभिन्न संगठनों के नेताओं ने सम्बोधित करते हुए फीस बढ़ोत्तरी व नई शिक्षा नीति और छात्रों पर दमन शोषण उत्पीड़न करने के लिए कड़ी निन्दा किया।
नागरिक मार्च में सीटू दिल्ली एनसीआर राज्य कमेटी के बैनर तले सीटू नेता अनुराग सक्सैना, गंगेश्वर दत्त शर्मा, सिद्वेश्वर शुक्ला, एच0सी0 पन्त, मदन प्रसाद, भीखू प्रसाद, जे0पी0 शुक्ला, पुष्पेन्द्र सिंह, सविता, योगिन्द्र यादव, आदि के नेतृत्व में दिल्ली गाजियाबाद नोएडा, गौतमबुद्ध नगर से बड़ी संख्या में मजदूरों ने हिस्सा लिया। नागरिक मार्च में हिस्सा लेते हुए सीटू नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि नई शिक्षा नीति व फीस बढ़ोत्तरी से शिक्षा व्यवस्था चैपट हो जायेगी और इससे मजदूर वर्ग व गरीब परिवारोें से आने वाले छात्रों के लिए उच्च शिक्षा हासिल कर पाना नामुमकिन हो जायेगा और जिसके पास धन होगा वही अपने बच्चों को पढ़ा पायेगा। उन्होंने सरकार से मांग किया कि बेतहाशा फीस वृद्धि व नई शिक्षा नीति वापस ली जाये और सभी के लिए सस्ती और समान शिक्षा की व्यवस्था की जाये।
अनुराग सक्सैना