नानक नाम जहाज है चढ़े सो उतरे पार


सिखों के पहले धर्मगुरु और सिख धर्म के संस्थापक *श्री गुरुनानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व* मंगलवार को धूम धाम से सिंगरौली जिले के मोरवा में मनाया गया। सिंगरौली गुरुद्वारा में गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव को लेकर 29 अक्टूबर से ही विभिन्न आयोजन शुरू हो गए थे। जिसमें मोरवा में प्रभात फेरी निकाली जाती रही, वहीं 10 नवंबर को अखंड पाठ आरम्भ कर बच्चों द्वारा नानकदेव जी की जीवनी पर कीर्तन प्रतियोगिता कराई गई एवं सोमवार शाम सिंगरौली गुरुद्वारा परिसर में कथा एवं कीर्तन कार्यक्रम आयोजित भी किया गया जिसमें सिंगरोली के समस्त संगत उपस्थित रही। मंगलवार को अखंड साहब के पाठ की समाप्ति उपरांत *रागी जत्थे द्वारा गुरुबानी कीर्तन* किया गया। केंद्रीय रूप से सिंगरौली में मनाए जा रहे गुरुनानक जी के प्रकाश पर्व पर *जयंत, बैढन, अमलोरी, बिना, शक्तिनगर, ककरी, रेनुसागर* आदि जगहों से हज़ारों की संख्या में साध संगत पहुंची रही। इस दौरान *जितेंद्र सिंह खालसा अमृतसरी तथा जमशेदपुर से पधारे कथावाचक भाई हरविंदर सिंह* द्वारा गुरुनानक जी की जीवनी और सिद्धान्तों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की समाप्ति पर अरदास कर प्रसाद वितरण किया गया। तत्पश्चात गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा सभी को गुरु का अटूट लंगर खिलाया किया।
गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर *जुडिशल मैजिस्ट्रेट बबीता बोरा, मोरवा निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह, बरगवां निरीक्षक मनीष त्रिपाठी, नवानगर निरीक्षक यू पी सिंह* के अलावा हिंडालको महान परियोजना से मानव संसाधन प्रमुख *विश्वनाथ मुखर्जी एवं सीएसआर प्रमुख यशवंत सिंह* मुख्य रूप से उपस्थित रहे।