एस्सार कोयला कंपनी के वाहन ने बुझाया एक और घर का चिराग



रजमिलान। माड़ा थाना क्षेत्रांन्तर्गत रजमिलान मेन बाजार पेट्रोल पंप के चंद कदमों की दूरी बिते रात्रि 09:30 बजे बीच सड़क पर क्षत-विक्षत लाश को देखकर थर्राये रहवासी आवागमन करने वाले लोगों के आंखों से टपके आंसू।

माड़ा थाना के ग्राम असनी निवासी अरुण कुमार पनिका पिता राधेश्याम पनिका उम्र 24 वर्ष कोयले से भरा ट्रक क्रमांक MP 66-H 1594 युवक को कुचला जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई बताया जा रहा है ट्रिप टेलर कोयले भरा था जो एस्सार कम्पनी बंधौरा मे कोयला परिवहन के लिए जा रहा था ट्रक चालक के पूर्ण लापरवाही के कारण भीषण हादसा का कारण बना।

राधेश्याम पनिका के 3 पुत्र हैं मृतक अरुण कुमार पनिका दूसरा पुत्र है इसकी शादी रजमिलान के ग्राम प्रतापपुर में हुई है एनसीएल जयंत प्रोजेक्ट के प्राइवेट सेक्टर में सर्विस करता था मृतक के पिता घर में खेती-बारी आदि किसानी का कार्य किया करते थे।

*कैसे हुआ भीषण हादसा,क्या जिम्मेदार एस्सार कंपनी एवं लापरवाह चालक पर होगी कार्यवाही*

मृतक अपनी फैमिली के साथ पत्नी सहित भतीजी को लेकर गृह ग्राम असनी से जयंत क्वार्टर के लिए रवाना हुआ था कि रजमिलान पेट्रोल पंप के आगे कुल्हुई चौराहा के ठीक पीछे तालाब के पास अपनी मोटरसाइकिल अपनी ही साइड में खड़ा कर मोटरसाइकिल पर ही युवक सवार था और उसकी फैमिली पेशाब के लिए वहीं पास में गई हुई थीं परसौना की ओर से आ रहा तेज रफ्तार ट्रीप टेलर कोयला वाहन ने टक्कर मार दी जिससे ट्रक के पिछले टायर के नीचे सर पर वाहन के पहिये चढ़ने से मांस बाहर छत-बिछत हो गया और युवक की मौके पर ही मौत हो गई।

मृतक के परिजनों को कंपनी प्रबंधन की ओर से ₹4 लाख की अनुदान राशि प्रदान की गई है और ₹50 हजार दाह संस्कार के लिए कुल ₹450000 (चार लाख पचास हजार) परिजनों को दिया गया है।

*आखिर हम कब तक कंपनियों के वाहनों के टायरों तले कुचले जाएंगे*

आपको बता दे सिंगरौली जिले में कई बड़े औद्योगिक कंपनियों का विस्तार किया जा रहा है एनटीपीसी,एनसीएल,जेपी,रिलायंस,हिंडाल्को,एस्सार, नेशनल ग्रीन ट्रिबनल राष्ट्रीय हरित अधिकरण अधिनियम की जिले में स्थापित सभी कंपनियां नियमों को ताक पर रख कर मनमानी तौर पर अपना संचालन कर रही हैं जिम्मेदार अधिकारी सहित सफेद पोशाक जिसे हम नेता कहते हैं किसी पीड़ित को न्याय दिलाने की बात तो दूर है कंपनियों के साथ में मिलकर सुरताल मिलाने में ज्यादा रुचि रखते हैं।

जनता से इन भ्रष्ट नेताओं को सिर्फ वोट से प्यार है और जब किसी सिंगरौली वासी का बच्चा कंपनियों में कोल परिवहन करने वाले वाहनों के टायर के नीचे आ गया तो सिंगरौली के नेता पीड़ित परिवार के पक्ष में खड़ा होना उचित नहीं समझते बल्कि जिला प्रशासन कंपनी प्रबंधन के साथ मिलकर समझौता के लिए जोर देने आ जाते हैं।

*जिले में स्थापित औद्योगिक कंपनियां उगल रही है जहर*

जिले की मुख्य मार्ग सहित सड़कें कोयले के डस्ट धूल में हो रही हैं तब्दील, कंपनियों से उड़ती राख कहीं कोयला प्रदूषित हवा,प्रदूषित पानी के सेवन से समूचे सिंगरौली वासी बेमौत मरते जा रहे हैं श्वास दमा कमर दर्द कैंसर असाध्य बीमारी की चपेट में आने से काल के गाल में समा रहे हैं इतनी बड़ी बड़ी औद्योगिक कंपनियां होने के बावजूद भी सिंगरौली वासियों को समुचित इलाज की व्यवस्था नहीं है ऊर्जा धानी की जिले की दुर्भाग्य ही समझा जाए।

इनका कहना है
मृतक के परिजनों को ₹4.50 लाख दिए गए हैं कंपनी प्रबंधन पर कार्यवाही नहीं बन रही है वाहन चालक पर मुकदमा कायम किया जा रहा है।
अभिमन्यु द्विवेदी
थाना प्रभारी माड़ा