के सी शर्मा*
पहिले पहिल हम कईनी, छठी मईया व्रत तोहार, करिहा क्षमा छठी मईया, भूल-चूक गलती हमार...
देश की उर्जाधनी उत्तर प्रदेश के सोनभद्र और मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले के सिंगरौली परिक्षेत्र के उर्जान्चल में शनिवार दोपहर से ही इस प्रकार के पारंपरिक छठ गीत रास्तों से लेकर घाटों तक गूंजते रहे।
अवसर था सूर्य की उपासना के महापर्व छठ का।
शनिवार को छठ पूजा के तीसरे दिन पूरे देश भर में धूमधाम से व्रती लोगों ने नदियों एवं घाटों में उतर कर डूबते हुए सूर्य को अर्ध्य दिया।
उर्जान्चल में भी इसकी खासी रौनक दिखी। उर्जान्चल दो प्रदेशो के 2दो जिले में स्थित उर्जान्चल के चप्पे चप्पे पर बने छठ घाटो पर भारी भीड़ उमड़ी।
ज्ञात हो कि सिंगरौली परिक्षेत्र का उर्जान्चल वृहदऔद्योगिकरण के चलते देश की ऊर्जा की राजधानी के रूप में जाना जाता है।150 की मी की परिधि में फैले उद्योगों की इस नगरी में देश के कोने कोने के ही नही अपितु विदेशों के लाखों नागरिक निवासरत है। आज उर्जान्चल के नदी, छठ घाटो पर लाखों की भीड़ उमड़ी।इसके साथ ही तमाम घाटो पर मनमोहक भक्तिमय भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमो के आयोजन भी किये गए है, जो रात भर चलेंगे।
एन टी पी सी ,एनसीएल,हिन्डाल्को,
रिलायंस,एस्सार,जे पी सीमेंट, लैंको,अल्ट्राटेक सीमेंट, कनोरिया, उ प्र राज्य विद्युत परिषद, रेनुसागर, महान अल्युमिनियम बरगवां, सोनभद्र,सिंगरौली जिला मुख्यालय, तहसील मुख्यालयों,
आदि की कालोनीयो में बने
छठ पर्व पर डूबते हुए सूर्य को अर्ध्य देकर अपने पुत्र की दीर्घायु और परिवार की सुख समृद्धि की कामना की।
इस अवसर को देखने के लिए भी जगह जगह हज़ारों की संख्या में स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं का हुजूम छट घाटों पर उमड़ा दिखा।
कल खरना का प्रसाद चढ़ा और उसे खाकर व्रती महिलाओं ने 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू किया था।
इसी क्रम में आज तीसरे दिन महिलाओं ने छठ घाट पहुंचकर डूबते हुए सूरज को पहला अर्घ्य दिया एवं कल सुबह उगते हुए सूरज को अर्ध्य देकर व्रती महिलायें अपना व्रत समाप्त करेंगी।
शनिवार को मुहल्लों से लेकर घाटों तक छठ पूजा के पारंपरिक व कर्णप्रिय गीत गूंज रहे।
*व्यवस्था में डटे रहे पुलिस कर्मी*
लोकप्रिय त्यौहार छठ पूजा में उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर उर्जान्चल के छठ घाटो पर स्थानीय पुलिस यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए डटी रही।
इसके अलावा छठ घाटों पर भी पुलिस द्वारा व्यवस्था दुरुस्त रखने हेतु खास इंतजाम किए गए थे।
दोनो जिले के पुलिस अधिकारी सभी छठ घाटों का दौरा कर स्थिति का जायजा लेते दिखे। व्रती लोगों को घाटों तक सुगम रास्तों से पहुंचाने के लिए जगह-जगह बैरिगेटिंग की गई थी। वही किसी प्रकार के दुर्घटना से बचने के लिए छठ घाट पर गोताखोर तैनात थे।