टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने बताया कि थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में आसियान देशों सहित चीन जापान और अन्य विकसित देशों के बीच कृषि ,डेयरी उत्पादन , एवं छोटे सीमांत उद्योग के उत्पादन को इन देशों के बीच में खुली बेरोकटोक आवाजाही पर बहुपक्षीय समझौता होने जा रहा है l भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस करार पर हस्ताक्षर करने के लिए मौजूद है l श्री तिवारी ने कहा की ऐसे किसी भी करार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
को सहमति नहीं देनी चाहिए, जिससे बेरोकटोक कृषि , डेयरी उत्पाद भारत में विकसित देशों से आ जाए और जिससे हमारे किसान और पशुपालन तबाह हो जाए। क्षेत्रीय व्यापार समझौते (RCEP) पर अगर भारत ने हस्ताक्षर किए तो भविष्य में देश के किसान जो खेती के साथ पशुपालन व दुग्ध उत्पादन करते हैं उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। समझौते में समूह देशों में शर्त है कि फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर साइन होंगे जो मुक्त व्यापार समझौता के नाम से जाना जाता है, इसमें आयात शुल्क जीरो प्रतिशत करना है, जिससे देश में विदेशों से खासकर न्यूजीलैंड व ऑस्ट्रेलिया से भारी मात्रा में दूध पाउडर आ जाएगा। देश में आज भी करीब दस करोड़ परिवार दुग्ध उत्पादन व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। इस बात से भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश में पिछले साल 187 मिलियन टन दूध का उत्पादन हुआ जबकि चावल का उत्पादन 174 मिलियन टन व गेहूं का उत्पादन 102 मिलियन टन। लगातार किसानों का रुझान पशुपालन की ओर बढ़ रहा है। देश के गरीब किसान उन अमीर देशों के किसानों का मुकाबला नहीं कर सकते जहां विकसित देश अपने किसानों को भारी अनुदान देते हैं। श्री तिवारी ने आगे कहा कि विकसित देश अपने देश के उत्पाद को बेचने के लिए बाजार नहीं पा रहे इसलिए भारत सहित विकासशील देशों को निशाना बना रहे हैं। भारत के उद्योग , लघु एवं सीमांत उद्योग सहित डेरी उत्पादन के ऊपर विकसित देशों ने कड़े टैरिफ लगा रखे है और हमारे किसानो और लघु उद्यमियों के उत्पाद को अपने बाजार में घुसने ही नहीं देतेे l विकसित देशों के बाजारों में घुसने के लिए जी तोड़ मेहनत करनी पड़ती है l
आज 4 नबम्बर को देश भर के 230 से अधिक किसान संगठन अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले धरना , जुलूस, पुतला दहन, प्रदर्शन, रास्ता रोको आंदोलन कर विरोध प्रदर्शन कर रहे है।
सादर प्रकाशनार्थ
प्रवक्ता
टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा