कृति महिला मंडल ने प्रयास पहल के तहत बाटी बच्चों को सामग्री



नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) की होल्डिंग कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की प्रथम महिला एवं कोल इंडिया लिमिटेड ऑफिसर्स वाइव्स समिति (सीआईएलओडब्ल्यूएस) की अध्यक्षा डॉ॰ (श्रीमती) निशा ठाकुर ने ग्रामीण बच्चों से शिक्षा के प्रसार में सहयोग देने का आह्वान करते हुए कहा है कि यदि बच्चे स्वयं स्कूल जा रहे हैं, तो यह उनका दायित्व है कि उनके परिवार या गांव का कोई दूसरा बच्चा किसी भी कारण वश पढ़ नहीं पा रहा है, तो वे उन बच्चों को पढ़ाकर ज्ञान की ज्योति जलाएं। डॉ॰ ठाकुर बृहस्पतिवार को एनसीएल मुख्यालय में कंपनी के कृति महिला मंडल द्वारा बिरकुनिया गांव की जरूरतमंद महिलाओं एवं बच्चों के लिए आयोजित स्कूल बैग, कंबल, जूट बैग और सिलाई मशीन वितरण कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं।

कार्यक्रम में कृति महिला महिला मंडल की पूर्व अध्यक्षा श्रीमती नीना नाग एवं श्रीमती शैलजा रेड्डी, वर्तमान अध्यक्षा श्रीमती संगीता सिन्हा और उपाध्यक्षा श्रीमती नीलू ठाकुर बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित थीं।

श्रीमती ठाकुर ने कहा कि शिक्षा समाज के सशक्तिकरण का सबसे बड़ा माध्यम है। किसी कारणवश अपनी शिक्षा बीच में छोड़ने को मजबूर होने वाले बच्चों के मन के टटोलने की कोशिश करते हुए उन्होंने उनके स्कूल छोड़ने का कारण समझकर दोबारा उनकी शिक्षा शुरू करवाकर उन्हें मुख्यधारा में शामिल करने के कृति महिला मंडल के प्रयासों की प्रशंसा की।

कृति महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती सिन्हा ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि कृति महिला मंडल ने बिरकुनिया गांव में महिला एवं बाल विकास का बीड़ा उठाते हुए ‘प्रयास’ नाम की पहल शुरू की है और स्कूल बैग, कंबल एवं जूट बैग वितरण इसी पहल का हिस्सा हैं।

कृति महिला मंडल की सचिव श्रीमती नीरजा गोमस्ता ने कृति महिला मंडल द्वारा स्थानीय क्षेत्रों के जरूरतमंद लोगों के किए जा रहे कल्याणकारी कार्यों का खांका प्रस्तुत किया। एनसीएल मुख्यालय के ज्योत्सना महिला समिति की सचिव श्रीमती मीनाक्षी वत्स ने ‘प्रयास’ मुहिम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत बाल शिक्षा के लिए ‘ज्ञान ज्योति’, महिला सशक्तिकरण के लिए ‘पंख’ और साफ-सफाई एवं स्वच्छता के लिए ‘जीवन से मैत्री’ नाम से कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

कार्यक्रम में बिरकुनिया गांव के उन बच्चों को वापस उनकी शिक्षा शुरू करने के लिए प्रेरित करने के लिए स्कूल बैग दिए गए, जिन्हें किसी कारणवश अपनी शिक्षा बीच में ही छोड़नी पड़ी। साथ ही, बुजुर्ग महिलाओं को स्वस्थ रहने में मदद करने के उद्देश्य से आने वाले ठंड के मौसम के मद्देनजर कंबल दिए गए। महिलाओं के बीच स्वच्छता का संदेश देने और उन्हें अपने दैनिक जीवन में पॉलिथीन की थैलियों का प्रयोग बंद करने के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए जूट के बैग दिए गए। साथ ही, बिरकुनिया गांव में कृति महिला मंडल के ‘पंख’ कार्यक्रम के तहत हाल ही में शुरू किए गए सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र की प्रशिक्षु युवतियों के प्रयोग के लिए 02 सिलाई मशीनें दीं गईं।

कृति महिला मंडल की संयुक्त सचिव श्रीमती अनीता गोडसे ने कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम में कृति महिला मंडल की पदाधिकारियों एवं सदस्याओं सहित महिला मंडल से संबद्ध विभिन्न महिला महिला समितियों की पदाधिकारी उपस्थित थीं।