20 नवंबर 2019 का हिंदू पंचांग पंडित विष्णु



🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग पंडित विष्णु जोशी*
~ 🌞7905156547
⛅ *दिनांक 20 नवम्बर 2019*
⛅ *दिन - बुधवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2076*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - हेमंत*
⛅ *मास - मार्गशीर्ष (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार कार्तिक)*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - अष्टमी शाम 01:41 तक तत्पश्चात नवमी*
⛅ *नक्षत्र - मधा रात्रि 08:05 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी*
⛅ *योग - इन्द्र शाम 07:19 तक तत्पश्चात वैधृति*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 12:12 से दोपहर 01:34 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:53*
⛅ *सूर्यास्त - 17:55*
⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - बुधवारी अष्टमी  (सूर्योदय से दोपहर 01:41 तक)*
 💥 *विशेष - अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
💥 *अष्टमी तिथि के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *बुधवारी अष्टमी* 🌷
➡ *20 नवंबर 2019 सूर्योदय से दोपहर 01:41 तक बुधवारी अष्टमी  हैं ।*
🙏🏻 *बुधवारी अष्टमी को  किये गए जप, तप, मौन, दान व ध्यान का फल अक्षय होता है ।*
🙏🏻 *मंत्र जप एवं शुभ संकल्प हेतु विशेष तिथि  सोमवती अमावस्या, रविवारी सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी, बुधवारी अष्टमी –  ये चार तिथियाँ सूर्यग्रहण के बराबर कही गयी हैं।  इनमें किया गया जप-ध्यान, स्नान , दान व श्राद्ध अक्षय होता है।(शिव पुराण, विद्यश्वर संहिताः अध्याय 10)*
         🌞 ~ *हिन्दू पंचांग* ~ 🌞

🌷 *नारी कल्याण पाक* 🌷
👩🏻 *यह पाक युवतियों, गर्भिणी, नवप्रसूता माताएँ तथा महिलाएँ – सभी के लिए लाभदायी है |*
➡ *लाभ : यह बल व रक्तवर्धक, प्रजनन – अंगों को सशक्त बनानेवाला, गर्भपोषक, गर्भस्थापक (गर्भ को स्थिर – पुष्ट करनेवाला), श्रमहारक (श्रम से होनेवाली थकावट को मिटानेवाला) व उत्तम पित्तनाशक है | एक – दो माह तक इसका सेवन करने से श्वेतप्रदर (ल्यूकोरिया, अत्यधिक मासिक रक्तस्राव व उसके कारण होनेवाले कमरदर्द, रक्त की कमी, कमजोरी , निस्तेजता आदि दूर होकर शक्ति व स्फूर्ति आती है | जिन माताओं को बार-बार गर्भपात होता हो उनके लिए यह विशेष हितकर है | सगर्भावस्था में छठे महिने से पाक का सेवन शुरू करने से बालक हृष्ट-पुष्ट होता है, दूध भी खुलकर आटा है |*
💪🏻 *धातु की दुर्बलता में पुरुष भी इसका उपयोग कर सकते है |*
👉🏻 *सामग्री : सिंघाड़े का आटा, गेंहू का आटा व देशी घी प्रत्येक २५० ग्राम, खजूर १०० ग्राम, बबूल का पिसा हुआ गोंद १०० ग्राम, पिसी मिश्री ५०० ग्राम |*
➡ *विधि : घी को गर्म कर गोंद को घी में भून लें | फिर उसमें सिंघाड़े व गेंहू का आटा मिलाकर धीमी आँच पर सेंके | जब मंद सुगंध आने लगे तब पिसा हुआ खजूर व मिश्री मिला दे | पाक बनने पर थाली में फैलाकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर रखें |*
🍜 *सेवन-विधि : २ टुकड़े ( लगभग २० ग्राम ) सुबह शाम खायें | ऊपर से दूध पी सकते हैं |*
💥 *सावधानी : खट्टे, मिर्च-मसालेदार व तेल में तले हुए तथा ब्रेड-बिस्कुट आदि बासी पदार्थ न खाये |*
       🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
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