उझानी: श्रीराधा कृष्ण मंदिर के प्रांगण में गोवर्धन के पावन त्योहार पर 34वां अन्नकूट भंडारे का आयोजन हुआ। गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र की विशेष आहुतियां यज्ञभगवान को समर्पित की। दर्जनों गांवों के हजारों श्रद्धालुओं, साधु-संतों ने भंडारे का आनंद लिया।
अन्नकूट भंडारे से पूर्व श्रीराधा कृष्ण मंदिर में गायत्री महायज्ञ का आयोजन हुआ। यज्ञाचार्य मुन्ना लाल शर्मा, चंद्रपाल मिश्र और गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने वेदमंत्रोच्चारण यज्ञ संपन्न कराया। उन्होंने कहा यज्ञ से सभ्य, संस्कृति और संस्कारों को पोषण और प्राणी जगत की संजीवनी मिलती है। श्रद्धालुओं ने वर्तमान समस्याओं के निराकरण, सूक्ष्म जगत के परिशोधन और विश्व शांति की कामना से यज्ञभगवान को गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र की विशेष आहुतियां समर्पित की।
मनोज दरगढ़ और अशोक गुप्ता सपत्नीक मुख्य यज्ञमान के रूप में रहे। मंदिर परिसर में पायल शर्मा, पल्लवी ने गाय के गोबर से भगवान श्रीकृष्ण की वृहद प्रतिमा बनाई और रंगोली से सजाया। मातृशक्तियों ने पूजन किया।
आयोजक रामप्रकाश शर्मा ने बताया कि गोवर्धन के त्योहार पर यह 34वां अन्नकूट भंडारे का आयोजन हुआ है। दर्जनों गांवों के हजारों श्रद्धालु, साधु-संत और गणमान्य नागरिक अन्नकूट का प्रसाद ग्रहण करते हैं।
इस मौके पर शिवनारायण शर्मा, डीएस त्यागी, रामनाथ शर्मा, प्रवेश शर्मा, कैलाश चंद्र शर्मा, महेश चंद्र, गोपाल शर्मा, अशोक कुमार, गौरव, रामौतार, रामकिशन शर्मा आदि मौजूद रहे।