आज की भागदौड़ भरी तन आयुक्त जिंदगी इंसान कहीं ना कहीं तनाव का शिकार हो ही जाता है जिसके बाद वह घर पर अपने बच्चों का भी ध्यान नहीं दे पाता और इस कारण से उनके बच्चे भी कहीं ना कहीं तलाब का शिकार हो जाते हैं जिससे वह खुद का और अपनों का नुकसान कर बैठता है आज के दौर में कोई एक इंसान ही ऐसा होगा जो तनाव से मुक्त हो इसलिए विशेषज्ञों की यह सलाह है कि तनाव जितना कम है उतना ही बेहतर है इसलिए तनाव से बचने के कुछ टिप्स हम आपको बता रहे हैं जिनको अपनाकर आप अपने तनाव को थोड़ा कम कर सकते हैं।
तनाव से पीड़ित बच्चों का आप ऐसे करें प्रबंधन
दिन में कुछ देर हंसे जरूर हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा ने लोगों को चुटीले अंदाज में यह बताया कि हंसने और हंसाने की आदत किस तरह तनाव को दूर भगाने और अवसाद से लड़ने के लिए कारगर साबित होती है इसके अलावा आप धैर्य बनाए बेहतर कार्यों के लिए अपने बच्चों को पुरस्कार और इनाम के जरिए उत्साहित करें बच्चों के व्यवहार पर आप बारीकी से नजर रखे तनाव महसूस करने पर अतिरिक्त गतिविधियों या खेलकूद में उन्हें व्यस्त करा दें जिससे वहां तनाव से बच सके
बच्चा जब घबराए तो मनोचिकित्सक को दिखाएं
गंगाराम अस्पताल के बाल मनोचिकित्सक डॉ अजय गुप्ता ने बोलिंग के शिकार बच्चों से संबंधित जानकारी साझा की है उन्होंने कहा है कि अगर बच्चा स्कूल जाने और दोस्तों से मिलने से घबराता है तो यह लक्षण पुलिंग के हो सकते हैं ऐसे में उसकी तत्काल काउंसलिंग करनी चाहिए और उसके बाद उसका उपचार भी कराना चाहिए उन्होंने बताया कि 5 से 12% बच्चों में ए डी एच डी की समस्या पाई गई है इसलिए आप अपने बच्चों पर नियमित ध्यान रखें उन्हें खुश और मस्त रखें जिम्मेदारियों का बोझ थोड़ा कम करें और खेलने के लिए समय ज्यादा दे