स्त्री का हमारे जीवन मे महत्त्व





1-સ્ત્રી बगैर  जिंदगी बेकार है ।*

2-पुरुष को हमेशा
સ્ત્રી* का साथ चाहीए ।

 3/मंदिर में कृष्ण के साथ राधा* या
 रुक्मणी*

4-राम के साथ *** *सीता*

 5-शंकर के साथ ** *पार्वती*

6-हम मनुष्यों में भी देखो
*** पढते समय *विद्या । *** फिर *लक्ष्मी*
***और लास्ट मे *शांति*

7-सुबह *उषा* के साथ दिन की शुरुआत होती है ***  और *संध्या* के साथ दिन समाप्त ।

8-किन्तु काम तो
 *** *अन्नपूर्णा* के लिए ही करना है ।

 9-निशा* के समय भी
*** निंदिया *रानी*
सोने के बाद भी
 *** *सपना*

 10-मंत्रोच्चार करते समय
*** *गायत्री* ।

11-ग्रंथ पढें तो *** *गीता*।

12-मंदिर में भगवान के सामने *** *वंदना* *** *पुजा* और आरती*
13-वो भी  *** *श्रद्धा* तो साथ ही है ।
14-उसमें भी अंधेरा हो तो *** *ज्योति*।

15-अकेला पन लग रहा हो तो *** *प्रेमवती* एवं
*** *स्नेहा*

16-लडाई लड ने जाये तो *** *जया* और
*** *विजया*

17-बुढापे मे *** *करुणा* वो भी *** *ममता* के साथ ।

18-गुस्सा आ जाए तब
***  *क्षमा*

इसीलिए तो धन्य है
*સ્ત્રી* जाती को जिसके  बगैर पुरुष अधूरा है ।



         *!!के सी शर्मा!!*

       *(कार्यकारी अध्यक्ष)*

*आल इंडिया यूनाइटेड वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन!*