सजा पूरी करने के लिए दोषियों को यमलोक से वापस भेजने की मांग








यह मामला 1984 का है उत्तर 24 परगना जिले के गलिया में रहने वाले समर चौधरी और उनके दो बेटों ईश्वर और प्रदीप की किसी के साथ मारपीट हो गई इसमें एक शख्स की मौत हो गई थी मामले में तीनों को 9 फरवरी 1987 को  5 साल की सजा सुनाई गई थी उसी साल मार्च में दोनों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट से मांग की कि दोनों की सजा पर रोक लगा दी जाए उनकी इस  अपील पर सुनवाई से पहले ही 2 दोषियों समर और प्रदीप की मौत हो गई और वही दोषी पक्ष के वकील की 22 जून 2006 को दोषी पक्ष के वकील की हाईकोर्ट के जज के तौर पर पदोन्नति हो गई इसके बाद शुरू होती है आगे की कहानी जब कोलकाता हाईकोर्ट में एक अजीबोगरीब याचिका दायर की गई इस याचिका को देखकर 2012 में आई फिल्म ओ माय गॉड की याद ताजा हो जाती है  जब परेश रावल ने भूकंप  में बर्बाद अपनी दुकान का बीमा क्लेम हासिल करने के लिए भगवान पर केस कर दिया था ऐसा ही मामला कोलकाता में भी देखने को मिला है 5 साल सजा पाए आरोपियों के परिवार ने हाई कोर्ट से कहा है कि वह यमराज को निर्देशित करें कि दोषियों को सजा पूरी करने के लिए यमराज उसे वापस पृथ्वी लोक पर भेजें और वह अपनी सजा पूरी कर के वापस यमलोक जाएं अगर यमराज ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ अवमानना की कार्यवाही की जाए उनके अजीबोगरीब याचिका चारों ओर चर्चा का विषय बनी हुई है