पटवारियों ने की मनमानी गिरदावरी पोर्टल बंद अब कैसे हो धान खरीदी पंजीयन उमेश तिवारी







टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने पटवारियों द्वारा मनमानी गिरदावरी लेख किए जाने के कारण सरकारी सहूलियत प्राप्त करने से वंचित हो रहे सीधी जिले के किसानों की हालात पर चिंता व्यक्त की है। श्री तिवारी ने बताया है कि पटवारियों द्वारा गिरदावरी का लेख खेत में बोई फसल के अनुसार न करके घर बैठे मनमानी तरीके से बोई गई धान के फसल के रकबे में अन्य फसल की बोनी लिख दिए हैं इसी तरह बोये गए धान के रकबे में पड़ती अंकित किये है। बोये धान के रकबे मे अन्य फसल या पढ़ती गिरदावरी में अंकित किए जाने के कारण "समर्थन मूल्य धान खरीदी पंजीयन" से धान उत्पादक किसान वंचित हो रहे हैं। इतना ही नहीं जिन किसानों द्वारा धान के बीज एवं खाद हेतु समितियों से कर्ज लिया गया है और उनके बीमा की प्रीमियम राशि भी काटी गई है उन किसानों के खेतों में भी पटवारियों द्वारा गिरदावरी में पडत या अन्य फसल अंकित की गई है। पंजीयन ना होने के कारण किसान अपने धान की पैदावार की बिक्री समर्थन मूल्य से नहीं कर पाएगा और अच्छे रेट पाने से वंचित होगा। पटवारियों की मनमानी के चलते पंजीयन से बंचित किसान अपने धान की पैदावार व्यापारियों को बेचने को मजबूर होगा और किसानों को धान का सही रेट प्राप्त नहीं होगा। गिरदावरी पोर्टल 30 सितंबर से बंद हो चुका है। पटवारियों की मनमानी गिरदावरी लेख से परेशान किसान "समर्थन मूल्य धान खरीदी में पंजीयन" कराने हेतु तहसीलदार, एसडीएम, कलेक्टर के चक्कर काट रहा है समर्थन मूल्य धान खरीदी पंजीयन की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर तक ही है। ऐसे में किसान हताश एवं निराश है। श्री तिवारी ने कलेक्टर सीधी से मांग की है कि तत्काल भोपाल से संपर्क बनाकर बंद गिरदावरी पोर्टल को चालू कराएं तथा पटवारियों को आदेशित करें कि वह किसानों के खेत में जाकर सही-सही गिरदावरी अंकित करें साथ ही मनमानी तरीके से गिरदावरी लिखे जाने के दोषि पटवारियों को दंडित करें।