पंकज पाराशर छतरपुर
मध्य प्रदेश में हुई अतिवर्षा से सड़क, फसल, और भवनों को हुई क्षति के नुकसान की भरपाई के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अब भाजपा सुप्रीमो एवं गृह मंत्री अमित शाह से राहत पैकेज के लिए मांग की है। इससे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलकर एमपी को आर्थिक सहायता देने की मांग की थी। सीएम ने गृह मंत्री से मुलाकात कर उन्हें 6621 करोड़ रुपए का मांग पत्र सौंपा है। केंद्र द्वारा इस सहायता से प्रदेश के हुए नुकसान की भरपाई की जा सकेगी। मुख्यमंत्री कमनाथ ने प्रदेश में बाढ़ और अतिवर्षा से हुए नुकसान की रिपोर्ट भी गृह मंत्री को सौंपी है। इस रिपोर्ट में प्रदेश के 36 ज़िलोंं में हुए 16 हज़ार करोड़ रुपए मूल्य से ज्यादा की खरीफ फसलें चौपट हुई हैं। 50 लाख से ज्यादा किसान प्रभावित हुए हैं। कई जिलों में फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई। वहीं, सड़क, पुल-पुलिया, सरकारी व निजी भवनों को बड़ी तादाद में नुकसान हुआ है। प्रभावितों को तत्काल राहत मुहैया कराने के लिए आर्थिक पैकेज की दरकार है। इसके लिए नुकसान का आकलन करने के बाद राष्ट्रीय आपदा राहत कोष (एनडीआरएफ) से छह हजार 621 करोड़ रुपए की मांग की है। इसमें सड़कों के लिए एक हजार 671 करोड़ रुपए भी मांगे गए हैं। बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री को सहायता दिलवाने का भरोसा दिलाया है। 4 अक्टूबर को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी अति-वृष्टि और बाढ़ के कारण हुए नुकसान का ब्यौरा दिया था। मुख्यमंत्री के आग्रह पर प्रधानमंत्री ने अति-वृष्टि से हुए नुकसान का फिर से केन्द्रीय अध्ययन दल से आकलन करवाया। अध्ययन दल ने 14 से 16 अक्टूबर के बीच प्रदेश के 16 जिलों में हुए नुकसान का जायजा लेकर अपनी रिपोर्ट केन्द्र सरकार को सौंप दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आकलन होने के बाद अब केन्द्र सरकार तत्काल राज्य सरकार को राहत राशि दें ताकि सभी प्रभावितों, विशेषकर किसानों को हुए नुकसान की भरपाई की जा सके। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।